गुवाहाटी, 13 अक्टूबर (हि.स.)। आज अश्रुपूरित नेत्रों से मां दुर्गा को विदाई दी गई। अपने-अपने पंडालों से ले जाकर मां दुर्गा की मूर्तियों के साथ-साथ देवी लक्ष्मी, सरस्वती, भगवान गणेश और कार्तिक के साथ-साथ महिषासुर की मूर्तियों का पूजा समितियों ने प्रशासन द्वारा निर्धारित नियमों के अनुसार विभिन्न घाटों पर जल विसर्जन किया।
षष्ठी के दिन मां दुर्गा की प्रतिमाओं की हुई प्राण प्रतिष्ठा के बाद से सप्तमी, अष्टमी, नवमी और दशमी को संपूर्ण वातावरण भक्तिमय और उत्सवपूर्ण रहा। आज पूजा पंडालों से माता की मूर्तियां निकलने के समय लोगों के नेत्र आंसुओं से भर आए। राज्य भर में आज दुर्गा की मूर्तियों का विसर्जन किया गया।
राज्य के धुबड़ी, तेजपुर, गुवाहाटी के पांडू घाट, लचित घाट, चंद्रपुर आदि समेत राज्यभर में विभिन्न स्थानों पर मूर्तियों का जल विसर्जन किया जा रहा है। हजारों श्रद्धालुओं की मौजूदगी में मूर्तियों का विसर्जन किया जा रहा है। इस बीच, स्थानीय पुलिस और जिला प्रशासन द्वारा इस अवधि के लिए कई दिशानिर्देश जारी किए गए हैं।
इसके अलावा श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए घाटों पर एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के जवानों को तैनात किया गया है। उल्लेखनीय है कि चूंकि शनिवार से विजयादशमी तिथि मनाई जा रही है, इसलिए कुछ स्थानों पर शनिवार को ही देवी की मूर्ति का विसर्जन किया गया।
वहीं, आज इस शुभ अवसर पर गोलाघाट जिले के मरंगी के सारगांव में देवी की मूर्ति को तोड़ दिये जाने की दुखद खबर आई। शनिवार की रात अज्ञात बदमाशों द्वारा इस कृत्य को अंजाम दिये जाने को लेकर श्रद्धालुओं के बीच तनाव व्याप्त है। रविवार को मूर्तियों के प्रस्तावित विसर्जन के पहले रात में ही उपद्रवियों की ऐसी हरकतों की सभी ने निंदा की है। गोलाघाट पुलिस ने इस घटना के सिलसिले में हालांकिए अमन बराक नामक एक व्यक्ति को हिरासत में लिया है।
उल्लेखनीय है कि गुवाहाटी शहर में कल से कुल 27 घाटों पर मूर्ति विसर्जन हो रहे हैं। जिला प्रशासन द्वारा तैयार किए गए इन 27 घाटों में से कई घाटों पर शनिवार को 55 पूजा समितियों द्वारा मूर्ति विसर्जन किया गया। वहीं, आज कुल 263 पूजा समितियां शहर के विभिन्न घाटों पर मूर्तियों का विसर्जन कर रही हैं। सोमवार को भी 13 पूजा समितियां शहर के कई घाटों पर मूर्तियों का विसर्जन करेंगी। आज शहर के काछमारी घाट (लचित घाट) पर 123 पूजा समितियां मूर्तियों का विसर्जन करेंगी।
विसर्जन कार्यक्रम सुंदर और व्यवस्थित तरीके से चल रहा है। यह देर रात तक जारी रहेगा। इसी प्रकार आज शहर के साउकूची घाट पर 29, वशिष्ठ घाट पर 11, चुनशाली घाट पर 10, पांडु घाट पर 15, धपलिया घाट पर 24 पूजा समितियों ने मूर्तियों का विसर्जन किया। इसी तरह कल भी काछमारी घाट पर एक, पांडु घाट पर 11, धारापुर घाट पर एक मिलाकर शहर की कुल 13 पूजा समितियां कल अपनी मूर्तियों का जल विसर्जन करेंगी।
विसर्जन कार्यक्रम सुचारू और अनुशासित तरीके से संपन्न हो, इसके लिए प्रशासन सभी व्यवस्थाओं की बारीकी से निगरानी कर रहा है। जगह-जगह पुलिस तैनात कर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। इस तरह शारदीय दुर्गोत्सव का आज समापन हुआ। डोली में सवार होकर आयी मां दुर्गा आज भक्तों की आंखों को नम करके घोड़े पर चढ़कर कैलाश चली गईं।
हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश