प्राकृतिक सौंदर्य की दृष्टि से एक सुंदर ग्रह है पृथ्वी : कुलपति

कानपुर, 22अप्रैल (हि. स.)। विश्व पृथ्वी दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य आम जनमानस को पृथ्वी के महत्व को समझाना, पर्यावरण को बचाना और उसे बेहतर बनाने के प्रति जागरूक करना है। विश्व पृथ्वी दिवस पर लाखों लोग मिलकर प्रदूषण और उसके खतरा पहुंचाने वाली चीजें वनों की कटाई जैसे पर्यावरणीय मुद्दों पर चर्चा करने के लिए इकट्ठा होते हैं। यह बातें मंगलवार को विश्व पृथ्वी दिवस पर चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर आनंद कुमार सिंह ने कही।

डॉ सिंह ने कहा कि इस वर्ष 2025 की थीम है अवर प्लेनेट अवर अर्थ इस थीम के माध्यम से यह लक्ष्य निर्धारित करना है कि वर्ष 2030 तक दुनिया भर में उत्पादित अक्षय ऊर्जा की मात्रा को तीन गुना करना है जिसमें भूतापीय,जल विद्युत, ज्वारीय, पवन और सौर ऊर्जा जैसे स्वच्छ ऊर्जा स्रोतों पर विशेष जोर दिया जाएगा।

उन्होंने कहा कि पृथ्वी प्राकृतिक सौंदर्य की दृष्टि से एक सुंदर ग्रह है। यहां हरे-भरे जंगल, मनमोहन झरने शांत और पहाड़ के साथ विस्तृत रेगिस्तान भी है।इसको संजोकर रखने हेतु प्रतिक्षण प्रयास करते रहना अति आवश्यक हो गया है। कुलपति ने अपने संदेश में कहा की स्वर्णिम भविष्य की कल्पना तभी वास्तविक रूप लेगी जब हम पृथ्वी का सही तरीके से ध्यान रखेंगे।

कुलपति ने कहा कि पृथ्वी पर रहने वाले हर जीव प्राणी का दायित्व है कि हम पर्यावरण को सदैव स्वच्छ रखें ताकि आने वाली पीढियां एक बेहतर जीवन यापन कर सकें। उन्होंने कहा कि मानव अपनी छोटी-छोटी पहल से ही बड़ा बदलाव कर सकता है जो की धरती को बचाने में एक मुख्य योगदान के रूप में उभर कर आएगा।

हिन्दुस्थान समाचार / मो0 महमूद

   

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