कोलकाता, 10 दिसंबर (हि. स.)। प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने मंगलवार को राज्य के दो जिलों में तलाशी अभियान चलाया। केंद्रीय जांच एजेंसी ने मंगलवार सुबह दक्षिण 24 परगना के भांगड़ ब्लॉक एक और पूर्व बर्दवान जिले के बर्दवान शहर में छापेमारी की।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, ईडी के छह अधिकारियों की टीम ने सुबह करीब 10 बजे भांगड़ के चक बराली इलाके में एक साइबर कैफे पर छापा मारा। वहां केंद्रीय बल भी मौजूद रहे। कैफे को बाहर से केंद्रीय बलों ने घेर लिया और ईडी के अधिकारी अंदर घुसे और तलाशी लेने लगे। हालांकि, ईडी के इस सर्च ऑपरेशन की सही वजह पता नहीं चल पाई है।
उल्लेखनीय है कि साइबर कैफे का मालिक जलील मोल्ला नाम का व्यक्ति है। खबर है कि ईडी के कुछ अधिकारी उनके घर भी गये। वहां भी केंद्रीय बलों की मौजूदगी में जांच चल रही है। स्थानीय लोगों ने बताया कि जलील का बालीगाड़ा इलाके में साइबर कैफे है। उन्होंने इसे कई साल पहले शुरू किया था। उस साइबर कैफे को चलाने के अलावा उन्होंने कोलकाता के कैखाली इलाके में एक और साइबर कैफे भी शुरू किया।
दूसरी ओर, पूर्व बर्दवान जिले के बर्दवान शहर के लश्करदिघी इलाके में एक दर्जी के घर पर ईडी ने छापेमारी की। ईडी के पांच अधिकारियों का एक समूह केंद्रीय बलों के साथ हसन अली के घर पहुंचा। स्थानीय लोगों का दावा है कि हसन दर्जी की दुकान चलाता है। यहां तक कि वह इलाके के अन्य लोगों की तरह सामान्य जीवन भी जीता है।
सूत्रों के मुताबिक हसन अली पिछले दिनों विदेश गया था। वह कुछ महीनों तक वहां था। फिर वह बर्दवान स्थित घर लौट आया। तब से वह दर्जी का काम कर रहा है। सूत्रों के मुताबिक, वह विदेश में अवैध सामान लाने-ले जाने का काम करता था। यहां तक कि हसन अली के बेटे के नाम पर बने बैंक खाते में भी बड़ी रकम जमा की गई है।
उस सूत्र के आधार पर केंद्रीय जांच एजेंसी के अधिकारियों ने मंगलवार सुबह से हसन अली के घर की तलाशी शुरू कर दी है। सूत्रों के मुताबिक, ईडी का यह ऑपरेशन पैसा कहां से आया, हसन अली ने विदेश में क्या किया जैसे कई सवालों के जवाब पाने के लिए है।
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हिन्दुस्थान समाचार / धनंजय पाण्डेय