जयपुर, 5 सितंबर (हि.स.)। पैगंबर-ए-इस्लाम की यौम-ए-पैदाइश के मौके पर जयपुर शहर में ईद मिलादुन्नबी को अकीदत, शान और उत्साह के साथ मनाया गया। शहर की गलियों, चौबारों और घरों को रंग-बिरंगी रोशनी, झिलमिलाती सजावट और नूरानी झलकियों से सजाया गया, जिससे पूरे शहर में एक अलग ही रौनक देखने को मिली।
श्रद्धालुओं ने मरहबा की सदाओं और नात-ओ-कसीदों की गूंज में जुलूस-ए-मोहम्मदी में बढ़-चढक़र हिस्सा लिया। हाथों में गुंबद-ए-खिजरा वाले हरे झंडे लिए और पैगंबर-ए-इस्लाम की शान में नात पढ़ते हुए लोग जयपुर की गलियों से गुजरे। जुलूस में बड़ी संख्या में बच्चे, युवा और बुजुर्ग शामिल थे, और उनके चेहरे पर उत्साह और श्रद्धा झलक रही थी।
जयपुर की प्रमुख मस्जिदों के पास विशेष स्वागत द्वार और सजावट की गई। विभिन्न कमेटियों ने ताजमहल की शबीह, मस्जिद के गुंबद की आकृति, तुर्की महल के तर्ज पर भव्य गेट और पहाड़-झरने जैसे मॉडल तैयार किए। ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह का मॉडल विशेष रूप से आकर्षण का केन्द्र बना। घर-घर में पकवानों की खुशबू और मिठाइयों का आनंद रहा। लोग एक-दूसरे से गले मिलकर मुबारकबाद दे रहे थे। शहरभर में लंगर और शर्बत के भी विशेष इंतजाम किए गए थे, जिससे सभी को ठंडक और खुशी मिली।
रातभर चले जश्न-ए-चिरागा और दिनभर निकाले गए जुलूस-ए-मोहम्मदी ने जयपुर को भाईचारे, ईमान और मोहब्बत के रंगों से भर दिया। अकीदतमंदों की मुस्कान और रोशनी में झिलमिलाती सजावट ने इस पर्व को यादगार बना दिया। मुस्लिम समाज के जुलूस ए मोहम्मदी के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए थे। जगह-जगह पुलिस का जाब्ता तैनात रहा। इस अवसर पर लोगों ने नातिया कलाम पेश किया और जुलूस में भाग लेने वालों को पुरस्कृत किया गया।
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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश



