राष्ट्रीय संगोष्ठी में औषधीय पौधों के संरक्षण व प्रचार-प्रसार पर जोर
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- Mar 19, 2025

-कुमाऊं विश्वविद्यालय के डीएसबी परिसर में आयोजित हुई संगोष्ठी
नैनीताल, 19 मार्च (हि.स.)। कुमाऊं विश्वविद्यालय के डीएसबी परिसर के कला सभागार ‘मॉडर्न ट्रेंड्स इन मेडिसिनल प्लांट्स’ विषय पर में दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित हुई। अतिथि व्याख्याता निदेशालय एवं वनस्पति विज्ञान विभाग ने यू कॉस्ट यानी उत्तराखंड विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद और कुमाऊं विश्वविद्यालय के सहयोग से आयोजित इस राष्ट्रीय संगोष्ठी में औषधीय पौधों के संरक्षण पर बल दिया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार संगोष्ठी के द्वितीय दिवस बुधवार को प्रथम तकनीकी सत्र में पर्यावरण संस्थान कोसी, अल्मोड़ा के वैज्ञानिक डॉ. केएस कनवाल ने ऑनलाइन माध्यम से प्रतिभाग करते हुए औषधीय पौधों के प्रचार-प्रसार और संरक्षण की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन के दौर में पारिस्थितिकीय सेवाओं को बेहतर बनाए रखने के लिए औषधीय पौधों का संरक्षण आवश्यक है। बताया कि भारत में 2500 से अधिक पौधों की प्रजातियां आयुर्वेद और होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति में औषधीय रूप में प्रयुक्त होती हैं।
आगे पर्यावरण संस्थान के वैज्ञानिक डॉ. आशीष पांडे ने कहा कि औषधीय पौधे देश की अर्थव्यवस्था का महत्वपूर्ण आधार हैं। उन्होंने ग्लोबल टेंपोरल इवोल्यूशन ट्रेंड और हिमालयी औषधीय पौधों की जानकारी साझा की और बताया कि चीन में इस समय सबसे अधिक शोध औषधीय पौधों पर हो रहे हैं, जबकि भारत विश्व का सबसे बड़ा हर्बल निर्यातक देश है। संचालन विजिटिंग प्रोफेसर निदेशक प्रो. ललित तिवारी और डॉ. हेम जोशी ने किया। संगोष्ठी में डॉ. नवीन पांडे, डॉ. प्रभा, डॉ. हर्ष, डॉ. हिमानी, मनीषा पांडे, शिवांगी, पूजा गुप्ता, दिशा, हिमानी, वसुंधरा, आनंद, विशाल, सपना सहित अन्य शोधार्थी और प्रतिभागी उपस्थित रहे।
शोध पत्र हुए प्रस्तुत, पुरस्कृत हुए प्रतिभागी
संगोष्ठी के द्वितीय सत्र में देशभर के विभिन्न विश्वविद्यालयों के शोधार्थियों ने अपने शोध प्रस्तुत किए। देहरादून के सचिन शर्मा, नैनीताल की मनीषा जोशी, गंगटोक की शिला सिंह, नेहा दास, मनीषा, चित्रा मौर्य और मयंक ने अपने शोधों के प्रस्तुतीकरण दिए। इनमें प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्र्रतिभागियों को विभागाध्यक्ष प्रो. ललित तिवारी, प्रो. आशीष तिवारी, प्रो. सुषमा टम्टा और प्रो. नीलू ने नकद पुरस्कार और पदक प्रदान किए गए। यू कॉस्ट के निर्देशानुसार महिला प्रतिभागियों को भी विशेष नकद पुरस्कार और मेडल दिए गए। कार्यक्रम में निर्णायक मंडल के रूप में प्रो. आशीष तिवारी, प्रो. सुषमा टम्टा और प्रो. नीलू को सम्मानित किया।
हिन्दुस्थान समाचार / डॉ. नवीन चन्द्र जोशी