हिसार : मुख्यमंत्री के कार्यक्रम स्थल के बाहर दंपति का हंगामा, आत्मदाह का प्रयास

युवती की मां को दूसरी तरफ ले जाते कर्मचारी।मुख्यमंत्री से मिलने के लिए लाए गए युवती के मां, बाप व अन्य परिजन।

सितंबर से लापता बेटी को ढूंढने की गुहार लगा

रहा दं​पति, पुलिस दे रही आश्वासन

मुख्यमंत्री ने दिए बेटी को ढूंढने के आदेश, रिश्वत

मांगने वाली एएसआई की होगी जांच

एसआईटी करेगी लापता युवती के गुमशुदा मामले की

जांच

हिसार, 9 जनवरी (हि.स.)। हरियाणा में बजट से पूर्व

किसानों, वैज्ञानिकों व अन्य उद्यमियों से सुझाव लेने आए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी

के कार्यक्रम स्थल के बाहर गुरुवार काे एचएयू गेट के पास दंपति ने जमकर हंगामा किया। वे मुख्यमंत्री

से मिलने का प्रयास कर रहे थे। उनकी ​बेटी सितंबर माह से लापता है और पुलिस अभी तक

उसे खोज नहीं पाई है। जब उन्हें मुख्यमंत्री तक नहीं जाने दिया गया तो युवती के पिता

ने अपने उपर पेट्रोल छिड़क कर आत्मदाह का प्रयास किया। मौके पर मौजूद सुरक्षा एजेंट

ने उसका ये प्रयास विफल कर दिया। बाद में जब मुख्यमंत्री तक यह बात पहुंची तो दंपति

को मिलने के लिए बुलाया।

सितंबर माह से लापता अपनी बेटी की तलाश के लिए

ये दंपति पिछले कई दिनों से धरना, प्रदर्शन व आमरण अनशन तक कर चुका है। उसे अब तक आश्वासन

के सिवाय कुछ नहीं मिला। पिछले दिनों एसडीओ ज्योति मित्तल ने उन्हें उचित आश्वासन देकर

आमरण अनशन समाप्त करवाया था लेकिन जब कई दिनों बाद तक भी पुलिस बेटी को नहीं ढूंढ पाई

तो रोषित दंपति फिर एचएयू गेट के बाहर पहुंच गया और मुख्यमंत्री से मिलने के लिए मिन्नते

करने लगा। कई देर मिन्नतों के बाद भी जब उन्हें अंदर नहीं जाने दिया गया तो गुस्साए

लापता युवती के पिता ने अपने उपर पेट्रोल डालकर आत्मदाह का प्रयास किया, जिसे पुलिस

ने विफल कर दिया। पुलिस उन्हें हिरासत में लेकर थाने ले गई।

इसके बाद मामला मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी तक

पहुंचा। उन्होंने दंपती को मिलने के लिए बुलाया। दंपति की बात सुनते हुए मुख्यमंत्री

ने अधिकारियों को कहा कि उनकी बेटी को ढूंढा जाए। इसके अलावा दंपती के लेडी एएसआई पर

15 हजार रुपए रिश्वत मांगने के आरोपों पर भी मुख्यमंत्री ने जांच के आदेश दिए। रिश्वत

के आरोपों पर मुख्यमंत्री बोले कि जांच करो और दोषी मिलने पर एएसआई को घर बिठा दो और

मुझे भी इस बारे में अवगत करवाओ।

आत्मदाह की कोशिश करने वाले आजाद नगर निवासी सुनील

सोनी ने बताया कि 29 सितंबर 2024 को उनकी साढ़े 16 साल की बेटी हर्षिता लापता हो गई।

इस बारे में आजाद नगर थाना पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। उसके बाद पुलिस ने अभी तक कोई

कार्रवाई नहीं की और न ही बेटी की तलाश कर पाई है। पुलिस को शिकायत के बाद सीसीटीवी

कैमरे की फुटेज भी दे चुके हैं। बेटी की तलाश के लिए लघु सचिवालय के बाहर धरना दिया

था उस समय पुलिस ने आश्वासन दिया था कि सात दिन के अंदर किशोरी की तलाश कर देंगे, लेकिन

पुलिस बेटी को तलाश नहीं कर पाई। इसके बाद फिर से धरना दिया था। पुलिस ने दोबारा जल्द

से जल्द बेटी की तलाश के आश्वासन के बाद धरना समाप्त करवा दिया था लेकिन 15 से 20 दिन

बीत जाने के बाद भी बेटी को नहीं ढूंढा गया।

सुनील के अनुसार घटना वाले दिन 29 सितंबर को वह

सुबह 6 बजकर 10 मिनट पर उनकी बेटी हर्षिता घर से निकली। उसके बाद वह मुख्य सड़क पर

एक ऑटो में बैठी उसके बाद कहां गई इस बारे में कुछ नहीं पता। हर्षिता नौवीं कक्षा तक

पढ़ी है। वह एक साल से घर पर ही थी।

दिव्या फोगाट मामले में भी दिया धरना

मुख्यमंत्री नायब सैनी के दौरे के दौरान गोल्ड

मेडलिस्ट वैज्ञानिक डॉ. दिव्या फोगाट की मौत की सीबीआई जांच की मांग पर परिजन और कई

संगठनों ने एचएयू के चार नंबर गेट पर धरना दिया। परिजनों ने बताया है कि डॉ. दिव्या

फोगाट की डेढ़ महीने पहले विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से मानसिक प्रताड़ना देने और

उत्पीड़न के कारण मौत हो गई थी। विश्वविद्यालय प्रशासन ने बार-बार कारण बताओ नोटिस

जारी कर रिकॉर्ड खराब किया। दिव्या फोगाट की मौत के लिए कुलपति जिम्मेदार हैं। वैज्ञानिक

की मौत से आहत उनके भाई विशाल फोगाट ने कुछ दिन पहले राज्यपाल और अन्य उच्चाधिकारियों

को शिकायत भेजी थी। इसके बाद भी इस मामले में अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। विशाल

फोगाट ने कुलपति डॉ. बीआर कंबोज पर बहन को मानसिक रूप से परेशान करने का आरोप लगाया

है। प्रशासन को उन पर कितना भरोसा था।

एसपी ने बनाई एसआईटी

उधर, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के निर्देशों

के बाद पुलिस अधीक्षक शशांक कुमार सावन ने एसआईटी गठित की है। डीएसपी मुख्यालय के नेतृत्व

में गठित यह एसआई लापता युवती हर्षिता को ढूंढने की कार्रवाई करेगी।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर

   

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