हर बार मातृभूमि पर आकर होती है अलग ही अनुभूति : योगेश अरूण राव

रानी महल पर भ्रमण के बाद का फोटोमहारानी के वंशजों का रेलवे स्टेशन पर भव्य स्वागत

झांसी, 17 नवम्बर (हि.स.)। 1857 की क्रान्ति की अलख जगाने वाली शौर्य व पराक्रम की प्रतिरूप वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई का आगामी 19 नवम्बर को जन्म जयंती समारोह है। जयंती समारोह की पूर्व संध्या पर बुन्देलखण्ड गौरव फाउंडेशन द्वारा महारानी की गौरवगाथा का कार्यक्रम दीनदयाल सभागार में आयोजित किया जा रहा है। इसमें शामिल होने के लिए महारानी की 6वीं व 7वीं पीढ़ी की वंशज योगेश अरूण राव झांसी वाले व उनके पुत्र प्रियेश योगेश राव झांसी वाले सोमवार की दोपहर झांसी स्टेशन पहुंचे। ट्रेन से उतरते ही उनका ढोल नगाड़ों के साथ स्वागत किया गया।

विशेष वार्ता करते हुए उन्होंने बताया कि हर बार अपनी मातृभूमि झांसी पहुंचने पर उन्हें अपने पूर्वज महाराजा श्रीमंत गंगाधर राव व महारानी लक्ष्मीबाई का न केवल आशीष मिलता है,बल्कि ऐसा अनुभव होता है जैसे उनकी विशेष कृपा उन पर बरस रही हो। उन्होंने कहा कि बुन्देलखण्ड गौरव फाउंडेशन द्वारा आयोजित कार्यक्रम के पूर्व उनका भव्य स्वागत हुआ है। यह देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि कार्यक्रम बड़ा ही भव्य होगा। इसके लिए वे बहुत ही उत्साहित हैं।

उन्होंने सोमवार को रानी महल, गणेश मंदिर व मुरली मनोहर मंदिर के दर्शन किए। रानी महल देखकर श्रीमंत योगेश अरूण राव भावुक हो उठे। उन्होंने बताया कि यह सब देखकर उन्हें अपने पूर्वजों के खुशहाल दिनों व संघर्षों के समय का स्मरण हो आया। उनके साथ इस कार्यक्रम में शामिल होने उनकी पत्नी भी आयी हुई हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / महेश पटैरिया

   

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