ग्रामीण सड़कों के निर्माण में वरदान साबित हो रही एफडीआर तकनीक

लखनऊ, 22 अप्रैल (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि प्रदेश में रोड कनेक्टिविटी को बेहतर बनाकर गांवों को और अधिक सशक्त और मजबूत बनाना है। उन्होंने पीएमजीएसवाई के तहत निर्मित की जा रही सड़कों के निर्माण कार्य में लगे सभी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि पुराने अनुभवी अभियंता व ठेकेदार मिलकर आपसी सामंजस्य व तारतम्य बनाकर कार्य करें, तो उत्तर प्रदेश तरक्की के रास्ते पर और बहुत तेजी से आगे बढ़ेगा।

उन्होंने निर्देश दिए हैं कि ग्रामीण सड़कें इस तरह से बनाएं कि ग्रामीण हाईवे नजर आएं। उन्होंने कहा है कि सभी अभियन्तागण पूरी इच्छाशक्ति के साथ काम करें और सड़कों के निर्माण कार्य के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करें । उन्होंने कहा कि गांवों को सशक्त बनाने के बहुआयामी प्रयास किए जा रहे हैं । इसी कड़ी में ग्रामीण सड़कों को , विशेषकर प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के कार्यों को हमें पूरी गुणवत्ता के साथ करना होगा। उन्होंने कहा कि पूरी निष्ठा के साथ काम किया जाएगा, तो निश्चित ही उसके परिणाम अच्छे होंगे ।उन्होंने कहा कि गुणवत्ता समयबद्धता, मानकों और मापदंडों का निर्माण कार्यों में विशेष रूप से ध्यान रखा जाए तथा एफ डी आर तकनीक पर किए जा रहे कार्यों में पूरी तत्परता और तल्लीनता बनाए रखी जाए। पीएमजीएसवाई की सभी सड़कों को शत प्रतिशत एफ डी आर तकनीक पर ही बनाया जाय।

केशव प्रसाद मौर्य ने मंगलवार को जारी बयान में कहा कि भारत गांवों में बसता है। ग्रामीण सड़कों पर विशेष रूप से फोकस करना है। उन्होंने कहा कि काम की पद्धति और रफ्तार अच्छी होगी, तो काम की कोई कमी नहीं होगी। उन्होंने कहा इंजीनियर न केवल सुपरवाइजरी का काम करें ,बल्कि अपने सामने सड़क पर खड़े होकर कार्य कराएंगे ,तो बहुत ही अच्छे काम होंगे।

यूपी आर आर डी ए के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अखण्ड प्रताप सिंह ने बताया कि पीएमजीएसवाई के अन्तर्गत 747 सड़कों (लम्बाई 5820.79 किमी) को एफ डी आर तकनीक से बनाये जाने की स्वीकृति प्रदान की गयी, जिसकी स्वीकृत लागत लगभग रू 5992 करोड़ से अधिक है। जिसके सापेक्ष 535 सड़कों का कार्य पूर्ण हो गया है ।

हिन्दुस्थान समाचार / बृजनंदन

   

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