सीएसए के किसान मेले में नई तकनीकों से रुबरु हुए किसान 

कानपुर, 25 अक्टूबर (हि.स.)। चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (सीएसए) में चल रहे दो दिवसीय किसान मेला का शुक्रवार को समापन हो गया। इस किसान मेला में करीब 12 हजार से अधिक किसान व लोग लाभान्वित हुए। मेले में नई नई तकनीकों से रुबरु होकर किसान प्रफुल्लित दिखे।

चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर में दो दिवसीय किसान मेले का आज समापन हुआ। समापन अवसर पर नाबार्ड उत्तर प्रदेश के मुख्य महा प्रबंधक पंकज कुमार बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहे। उन्होंने विश्वविद्यालय में लगे मेले के स्टालों का निरीक्षण किया और वहां लगे उत्पादों को देखा।

मुख्य महाप्रबंधक नाबार्ड पंकज कुमार ने कहा कि इस मेले में आकर लगा कि हमारे किसान अब वैज्ञानिकों के साथ कंधे से कंधे मिलाकर बेहतर कार्य कर रहे हैं। किसान आपस में मिलकर अब फार्मर कंपनियां भी बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि मेले में हमें बेहतर प्रमाण और परिणाम मिला है, इस मेले में हर तरह की नई तकनीकों का सजीव प्रदर्शन भी दिखाया गया है। जिसे किसान देखकर काफी प्रभावित हुए हैं मेले के माध्यम से हमें किसानों के साथ जुड़ने का मौका मिलता है।

विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ आनंद कुमार सिंह ने सभी अतिथियों का स्वागत किया।

कुलपति ने कहा कि इस प्रकार के किसान मेला एवं कृषि उद्योग प्रदर्शनी से निश्चित तौर पर किसान भाइयों में जागरुकता होती है। जिससे कि उनकी आय में बढ़ोतरी होगी। निदेशक प्रसार डॉक्टर आरके यादव ने बताया कि मेला प्रांगण में लगे विभिन्न स्टालों को पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर डॉक्टर सी एल मौर्य, डॉक्टर विजय कुमार, डॉ. पीके राठी, डॉक्टर पी के उपाध्याय, डॉ. वी के कनौजिया सहित सभी अधिकारी व वैज्ञानिक उपस्थित रहे।

चांद छाप ड्रोन की दी गई जानकारी

मेले में चांद छाप ड्रोन सेवा की किसानों को जानकारी दी गई। गोपाल शर्मा ने बताया कि इस ड्रोन से किसान 300 रुपये प्रति एकड़ का भुगतान कर खेत में रसायन का छिड़काव कराते हैं। ड्रोन 10 मिनट में एक एकड़ खेत पर रसायन छिड़क देता है।

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हिन्दुस्थान समाचार / अजय सिंह

   

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