जयपुर, 4 जनवरी (हि.स.)। सीकर संभाग और नीमकाथाना से जिले का दर्जा खत्म करने के विरोध में शनिवार को बाजार बंद रहे। सीकर में बंद समर्थक और रेस्टोरेंट मालिक भिड़ गया। नीमकाथाना में जिला खत्म करने के विरोध में रैली निकाली गई। यहां पिछले पांच दिनों से जिला बचाओ संघर्ष समिति की ओर से भूख हड़ताल जारी है। यहां धरने पर बैठे एक युवक ने 11 जनवरी को भाजपा प्रदेश कार्यालय के बाहर आत्मदाह करने की चेतावनी दी है।
प्रधानजी का जाव में गुरुवार को आयोजित इंडी गठबंधन की सभा में चार जनवरी को सीकर में बाजार बंद का आह्वान किया गया था।
शनिवार को बंद समर्थक जाट बाजार पहुंचे, यहां सभा हुई। इसके बाद सभी अलग-अलग टोली बनाकर बाजारों की तरफ निकले और दुकानें बंद करवाई।
बंद के दौरान कल्याण सर्किल और जाट बाजार में विरोध-प्रदर्शन किया गया। सुरक्षा को देखते हुए बाजार में पुलिस तैनात की गई। टैक्सी यूनियन (सीटू) ने भी सीकर बंद को समर्थन दिया।
संघर्ष समिति के सदस्य भागीरथ मल जाखड़ ने बताया कि जब तक सीकर को फिर से संभाग और नीमकाथाना को जिले का दर्जा नहीं मिलता तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।
आज का यह बाजार बंद सरकार को चेताने के लिए है। आने वाले दिनों में यह आंदोलन उग्र रूप लेगा। सड़कें जाम की जाएगी और सीएम के पुतले फूंककर विरोध किया जाएगा।
इधर, नीमकाथाना में अखिल राजस्थान राज्य संयुक्त कर्मचारी महासंघ के बैनर तले कर्मचारियों ने छावनी स्थित गर्ल्स स्कूल से कलेक्ट्रेट तक रैली निकाली और विरोध जताया।
नीमकाथाना को जिला निरस्त करने के बाद बार संघ 10 जनवरी तक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है। इसके तहत शनिवार को एडवोकेट एसडीएम कार्यालय के सामने धरने पर बैठ गए हैं।
नीमकाथाना जिला बचाओ संघर्ष समिति की पांच दिन से भूख हड़ताल जारी है। विधायक सुरेश मोदी ने कहा कि सरकार नीमकाथाना जिले को यथावत रखने का जल्दी फैसला ले नहीं तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।
धरने पर विजेंद्र रोजड़िया शुक्रवार से भूख हड़ताल पर बैठे हैं। उन्होंने कहा कि 11 जनवरी तक नीमकाथाना को दोबारा जिला घोषित नहीं करते है तो भाजपा कार्यालय के सामने आत्मदाह करूंगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / रोहित