फरीदाबाद, 29 जनवरी (हि.स.)। फरीदाबाद में मंगलवार देर रात एक फैक्ट्री में आग लग गई। उस वक्त अंदर 3 कर्मचारी थे। आग लगने के बाद धुआं देखते ही उन्होंने फैक्ट्री से दौडक़र जान बचाई। इस दौरान फैक्ट्री में रखे गैस सिलेंडर भी तुरंत बाहर निकाले गए, अन्यथा फैक्ट्री में धमाके भी हो सकते थे। आग लगने के बाद फायर ब्रिगेड बुलाई गई। फिर फायर ब्रिगेड की 10 गाडिय़ों ने 4 घंटे की मशक्कत से आग पर काबू पाया। आग लगने से कोई जानी नुकसान नहीं हुआ, लेकिन लाखों रुपए की गजक और नमकीन जल गई। अभी आग लगने के कारणों का भी पता नहीं चल पाया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
गांव तिलपत में मुरैना नमकीन-गजक के नाम से फैक्ट्री खुली हुई है। जिसमें भारी मात्रा में कई प्रकार की गजक और नमकीन बनाए जाते है। कर्मचारियों ने बताया कि मंगलवार की देर रात करीब 10 बजे अचानक से फैक्ट्री के एक हिस्से में आग लग गई। कुछ ही देर बाद आग तेजी के साथ फैक्ट्री में फैल गई। घटना के समय फैक्ट्री में 2 से 3 कर्मचारी ही थे। जैसे ही कर्मचारियों को आग लगने का पता चला तो वे तुरंत बाहर की तरफ भागे। फैक्ट्री के अंदर ज्वलनशील पदार्थ रखा हुआ था। जब वह आग की चपेट में आया तो लपटें बढ़ गईं। आसपास के लोग मौके पर जमा हो गए। कर्मचारियों ने तुरंत घटना की सूचना फैक्ट्री मालिक और फायर ब्रिगेड को दी। आग की सूचना मिलते ही पुलिस और फायर बिग्रेड की गाडिय़ां मौके पर पहुंच गई।
आग इतनी ज्यादा थी कि फायर बिग्रेड की एक के बाद एक गाड़ी खाली होती चली गई। मौके पर 10 गाडिय़ां आईं। कर्मचारियों ने फैक्ट्री के अंदर रखे 2 गैस सिलेंडर तुरंत बाहर निकाले, जिससे ब्लास्ट होने से बच गया। अगर सिलेंडर आग की चपेट में आ जाते तो आसपास की बिल्डिंगों को भी नुकसान हो सकता था। कर्मचारियों ने आग बुझने के बाद चेक किया कि कोई फैक्ट्री का कर्मचारी अंदर तो नहीं फंसा था, लेकिन अंदर कोई नहीं मिला। फैक्ट्री में आग लगने के लाखों रुपए का सामान जल गया। इसमें दुकानों पर सप्लाई के लिए रखा गया तैयार माल भी शामिल है। अभी पूरे नुकसान का आंकड़ा नहीं पता चल पाया है। पल्ला थाना क्षेत्र प्रभारी विनोद कुमार ने बताया कि अभी मामले की जांच की जा रही है। आग लगने के कारणों को अभी पता नही चला है।
हिन्दुस्थान समाचार / -मनोज तोमर