
मालदा, 18 फरवरी (हि. स.)। जिले के हरिश्चंद्रपुर ग्रामीण अस्पताल में आग लगने की दहशत फ़ैल गयी। आग के कारण वार्डों में धुंआ भर गया। इस धुएं के कारण मरीजों से लेकर डॉक्टरों तक को सांस लेने में दिक्कत होने लगी। सूचना मिलने के बाद फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंची और स्थिति को सामान्य किया।
बताया जा रहा है कि हरिश्चंद्रपुर ग्रामीण अस्पताल के बगल में कूड़े का ढेर है। मंगलवार किसी तरह वहां से आग भड़क उठी। देखते ही देखते पूरा वार्ड जहरीले धुएं से भर गया। दहशत में प्रसव से लेकर अन्य मरीज वार्ड से बाहर निकलने लगे। डॉक्टर और नर्स मरीजों को सुरक्षित बाहर निकालने की कोशिश करने लगे। इस दौरान सांस लेने में दिक्कत के कारण कई मरीजों की तबीयत बिगड़ गई। सभी मरीज सुरक्षित बताए जा रहे है। जब कूड़े के ढेर में लगी आग की जानकारी अस्पताल अधिकारियों को हुई तो अग्निशमन विभाग को सूचना दी गई।
मरीजों का आरोप है कि सफाईकर्मी कूड़े के ढेर में कभी-कभी आग लगा देते हैं जहां अस्पताल का कचरा जमा होता है। जिससे धुंआ अस्पताल के वार्डों मे भर जाता है। जिससे सांस लेने में काफी दिक्कत होती है। आज भी सफाईकर्मी ने कूड़े की ढेर में आग लगाई है। हालांकि अस्पताल के अधिकारियों ने मरीजों के इस आरोप को मानने से इनकार कर दिया। उनका दावा है कि आग किसी के धूम्रपान कर कूड़े के ढेर में फेंकने से लगी है।
हिन्दुस्थान समाचार / सचिन कुमार