फिरहाद हकीम के बयान से पार्टी में है खलबली, अंदरूनी कलह की अटकलें तेज

कोलकाता, 02 जनवरी (हि. स.)। अल्पसंख्यकों की आबादी बढ़ने के बयान को लेकर आलोचनाओं में घिरे रहे बंगाल के मंत्री और कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम ने एक और ऐसा ही बयान दिया है। इससे पार्टी के अंदर असहज स्थिति बन गई है और उन पर इस बार गाज गिरने की संभावना है। पश्चिम बंगाल के नगर विकास मंत्री और कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम के एक बयान का वीडियो वायरल हुआ है जो एक दिन पहले बुधवार का है। पार्टी की स्थापना दिवस के मौके पर उन्होंने कहा है कि तृणमूल कांग्रेस में होना सिर्फ सत्ता में रहने का अहसास नहीं होना चाहिए। इसके पीछे हजारों लोगों के बलिदान की कहानी है। असली तृणमूल कांग्रेस सिर्फ कारों में घूमने, सलामी लेने और एक हजार 900 अनुयायियों के साथ चलने वाले नेताओं और मंत्रियों तक सीमित नहीं है। हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि उनका इशारा किस ओर था।

बुधवार को पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और लोकसभा सांसद अभिषेक बनर्जी ने एक नए साल की शुभकामना संदेश जारी किया, जिसमें न तो तृणमूल कांग्रेस का जिक्र था और न ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का। इस पर भी राजनीतिक हलकों में चर्चाएं शुरू हो गईं कि पार्टी के भीतर कोई मतभेद हो सकता है।

माना जा रहा है कि फिरहाद ने इशारे-इशारे में अभिषेक बनर्जी पर निशाना साधा है, जो उन्हें भारी पड़ सकता है।

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि पहले अभिषेक बनर्जी का संदेश और फिर हकीम का बयान, पार्टी के भीतर खींचतान का संकेत देते हैं। यह सब ऐसे समय में हो रहा है, जब 2026 के महत्वपूर्ण विधानसभा चुनाव करीब हैं।

पिछले साल भी स्थापना दिवस के मौके पर तृणमूल कांग्रेस के राज्य अध्यक्ष सुब्रत बख्शी और राज्य महासचिव कुणाल घोष के बयानों को लेकर पार्टी के भीतर मतभेद की खबरें सामने आई थीं।

पार्टी के अंदरूनी विवाद और बयानबाजी ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। आने वाले दिनों में तृणमूल कांग्रेस में क्या मोड़ आता है, इस पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर

   

सम्बंधित खबर