अधिकारी कार्यशैली में लाएं सुधार, शिकायतों का हो तत्काल निस्तारण : डा. निषाद
- Admin Admin
- Jan 19, 2025
लखनऊ, 19 जनवरी (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के मत्स्य विकास विभाग के कैबिनेट मंत्री डा0 संजय कुमार निषाद ने मत्स्य निदेशालय में विभागीय योजनाओं की गहन समीक्षा की। रविवार को डॉ निषाद ने बैठक में कहा कि विगत दिवसों में जनपदों में विभागीय समीक्षा एवं भ्रमण के दौरान कई जनपदों से लाभार्थी चयन की प्रक्रिया,कार्यों में अनियमितता एवं भुगतान के संबंध में कतिपय शिकायतें प्राप्त हुई हैं। इसलिए अधिकारी अपनी कार्यशैली में सुधार लाएं और जहां कहीं भी शिकायतें प्राप्त हो, वहां तत्काल समाधान किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना एवं अन्य विभिन्न योजनाओं में लाभार्थी चयन प्रक्रिया, भुगतान कार्यों एवं निर्माण कार्यों में पारदर्शिता एवं शुचिता बरतने के सख्त निर्देश दिए।
मत्स्य विकास मंत्री ने निर्देश दिए कि समस्त योजनाओं में आवंटित धनराशि का व्यय शत-प्रतिशत कर लिया जाय । विभाग द्वारा स्थानीय स्तर पर प्राथमिक समितियों के गठन की प्रक्रिया को सरल बनाते हुए तेजी लायी जाय। समस्त ग्राम समाज के तालाबों एवं नदियों की नीलामी की कार्यवाही अगले एक माह के अन्दर की जाय। स्थानीय मत्स्य प्रजातियों के संरक्षण हेतु समस्त नदियों में रिवर रैंचिंग की कार्यवाही कराते हुए मत्स्य बीज मत्स्य विकास निगम से ही लिया जाय। जिन योजनाओं के लक्ष्य अभी तक पूर्ण नहीं हुए हैं, उन्हें हर हाल में माह फरवरी तक पूर्ण कर लिया जाय। प्रदेश की मत्स्य उत्पादकता एवं उत्पादन बढ़ाये जाने के उद्देश्य से उ०प्र० मत्स्य विकास निगम एवं उ०प्र० मत्स्य जीवी सहकारी संघ लि० में हस्तांतरित किये गये विभागीय परिसम्पत्तियों का सर्वेक्षण कराते हुए तत्काल उन पर कार्य किये जाने के निर्देश दिये गये।
मत्स्य विकास मंत्री ने सहकारी समितियों के गठन, प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना, मुख्यमंत्री मत्स्य संपदा योजना,निषाद राज बोट योजना, सघन मत्स्य पालन हेतु एरेशन सिस्टम की स्थापना तथा उत्तर प्रदेश मत्स्य पालक कल्याण कोष के अंतर्गत विभिन्न परियोजनाओं की वित्तीय एवं भौतिक प्रगति की समीक्षा की और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश को मत्स्य उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना और मछुआ समुदाय का सर्वांगीण विकास करना, राज्य सरकार की प्राथमिकताओं में से है। प्रदेश की अर्थव्यवस्था को वन ट्रिलियन डॉलर बनाने में मत्स्य विभाग का महत्वपूर्ण कार्य है इसलिए योजनाओं को तीव्र गति से निरंतर संचालित किया जाय।
समीक्षा बैठक में मत्स्य विकास विभाग के प्रमुख सचिव श्री के0 रविन्द्र नायक ने मत्स्य मंत्री को विभाग की योजनाओं की अद्यतन प्रगति से अवगत कराया। प्रमुख सचिव के जनपदों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जनपद स्तर पर लाभार्थियों से प्राप्त शिकायतों का तुरंत निराकरण किया जाए और सभी पात्र लोगों को योजनाओं का पूरा लाभ दिया जाना सुनिश्चित किया जाए। ऐसा न करने पर संबंधित अधिकारी की जवाबदेही तय की जाएगी। बैठक में निदेशक एम0एस0 रहमानी, मुख्य महाप्रबंधक उत्तर प्रदेश मत्स्य विकास निगम लिमिटेड,एवं प्रबंध निदेशक उत्तर प्रदेश मत्स्य जीवी सहकारी संघ लिमिटेड, प्रदेश के समस्त उपनिदेशक ,सहायक निदेशक मत्स्य एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी मत्स्य पालक विकास अभिकरण सहित अन्य वरिष्ठ विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
हिन्दुस्थान समाचार / उपेन्द्र नाथ राय