एडीजे वन के आश्वासन के बाद फारबिसगंज के वकीलों ने अनिश्चितकालीन न्यायिक बहिष्कार और धरना प्रदर्शन किया स्थगित

अररिया, 10 सितम्बर(हि.स.)।

फारबिसगंज के बार एसोसिएशन और एडवोकेट एसोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान में अपनी तीन सूत्री मांगों को लेकर मंगलवार से चला आ रहा अनिश्चितकालीन न्यायिक कार्यों का बहिष्कार और धरना प्रदर्शन बुधवार को समाप्त हो गया।

अररिया न्याय मंडल के अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश वन मनोज कुमार तिवारी धरना स्थल पर पहुंचकर धरना प्रदर्शन में शामिल वकीलों से बातचीत की और उन्होंने मांगों को लेकर वकीलों को मांग पूरी किए जाने को लेकर आश्वासन दिया।उन्होंने वकीलों से जिला एवं सत्र न्यायाधीश अशोक कुमार पांडेय के द्वारा किए गए पहल को लेकर वकीलों को जानकारी देते हुए उनका सकारात्मक प्रयास है कि फारबिसगंज अनुमंडलीय व्यवहार न्यायालय में दीवानी और फौजदारी दोनों तरह के मामलों का निष्पादन हो।

इसके लिए जो भी व्यवस्था होगी,उसे पटना हाईकोर्ट ने पूरा करने का भरोसा दिया है।वकालतखाना को लेकर चिन्हित दस कोर्ट भवन और अग्निशमन कार्यालय भवन के बीच की भूमि को लेकर प्रस्ताव हाईकोर्ट को भेजे जाने का आश्वासन दिया।वहीं सड़क और चहारदीवारी निर्माण को लेकर डीएम के द्वारा सड़क की समस्या का निबटारा एक महीने और चहारदीवारी का निर्माण कार्य की समस्या का निबटारा पंद्रह दिनों के भीतर कर लिए जाने का आश्वासन दिया।वहीं एडीजे वन ने बताया कोर्ट के उद्घाटन में सीआईएस की कोई समस्या नहीं है।एडीजे वन के आश्वासन के बाद एडवोकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष विश्वजीत प्रसाद सचिव सुरेश प्रसाद साह और बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश वर्मा सचिव गोपाल मंडल ने अनिश्चितकालीन न्यायिक कार्यों के बहिष्कार को वापस लेते हुए धरना प्रदर्शन को समाप्त करने की घोषणा की।एडीजे वन के साथ फारबिसगंज सिविल कोर्ट के सब जज दीपक कुमार,मुंसिफ कोर्ट के जज शिव कुमार सिंटू भी मौजूद थे।

इसे पहले धरना स्थल पर बिहार बार काउंसिल के सदस्य एवं पूर्णिया सिविल कोर्ट के वरीय अधिवक्ता राजीव शरण धरना स्थल पर पहुंचकर वकीलों के मांगों को नैतिक समर्थन देते हुए धरना में शामिल हुए और मांगों को लेकर जानकारी लेते हुए समुचित पहल का आश्वासन दिया।

मौके पर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश चंद्र वर्मा,महासचिव गोपाल प्रसाद,एडवोकेट एसोसिएशन के महासचिव सुरेश प्रसाद साह,अनिल सिन्हा,कौशल वर्मा,संतोष दास,टुन्ना दास,राहुल रंजन,शिवानंद मेहता, गोपाल मंडल, दुर्गानंद प्रसाद साह, विभूति कांत झा, नौशाबा खातून,मो.सिराजुद्दीन अंसारी,उर्मिला जैन,अपर्णा देव,शशि कुमारी देव,तिलकधारी यादव समेत दर्जनों वकील शामिल रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / राहुल कुमार ठाकुर

   

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