फारबिसगंज में हैट्रिक जीत के लिए चुनावी अखाड़े में भाजपा के विद्यासागर केशरी

अररिया 14 अक्टूबर(हि.स.)। अररिया जिला में छह विधानसभा क्षेत्र हैं, जिसमें अररिया, रानीगंज(अजा), जोकीहाट, सिकटी, नरपतगंज और फारबिसगंज विधानसभा क्षेत्र है।

इन छह विधानसभा क्षेत्रों में फारबिसगंज 2000 के विधानसभा चुनाव को छोड़कर 1990 से भाजपा के खाते में रहा है। 2000 विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी से जाकिर हुसैन ने जीत दर्ज की थी। 2015 और 2020 विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करने वाले भाजपा के विद्यासागर केशरी पर पार्टी ने एक बार फिर भरोसा जताया है।

भाजपा की ओर से तीसरी बार विद्यासागर केशरी उर्फ मंचन केशरी को उम्मीदवार बनाया गया है। अर्थात आगामी विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करने पर हैट्रिक जीत दर्ज करने वाले बन जाएंगे। हालांकि महागठबंधन की ओर से फारबिसगंज विधानसभा चुनाव के लिए कौन प्रत्याशी होंगे, इसकी घोषणा अभी नहीं हुई है। लेकिन निवर्तमान विधायक विद्यासागर केशरी उर्फ मंचन केशरी की उम्मीदवारी तय हो जाने के बाद उनके समर्थकों में हर्ष है।

फारबिसगंज विधायक विद्यासागर केशरी भाजपा के टिकट पर 2015 के विधानसभा चुनाव में 85,239 मत प्राप्त किया था।जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंदी राजद के कृत्यानंद विश्वास को 60,291 मत प्राप्त हुआ था।जबकि 2020 के विधानसभा चुनाव में विद्यासागर केशरी ने 49.53 फीसदी मत लाते हुए कुल एक लाख 2 हजार 212 मत प्राप्त किए थे।वहीं उनके निकटतम प्रतिद्वंदी रहे कांग्रेस के जाकिर हुसैन खान 39.98 फीसदी मत अर्थात 82 हजार 510 मत प्राप्त हुआ था।इस बार भी भाजपा ने विद्यासागर केशरी उर्फ मंचन केशरी पर भरोसा जताते हुए उसे अपना उम्मीदवार बनाया है।

उल्लेखनीय हो कि फारबिसगंज विधानसभा क्षेत्र 1990 के चुनाव से पहले कांग्रेस का गढ़ रहा है। 1952 में बोकाई मंडल, 1957 में शीतल प्रसाद गुप्ता और 1962 से 1985 तक लगातार सात बार सरयू मिश्रा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीतते रहे। हालांकि 1962 में उन्होंने प्रजा सोशलिस्ट पार्टी से चुनाव जीता था। कांग्रेस के गढ़ वाले फारबिसगंज विधानसभा में 1990 में भाजपा के मायानंद ठाकुर ने सेंधमारी की। 1995 में भी वे दुबारा जीते। लेकिन 2000 के चुनाव में जेल में बंद बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर जाकिर हुसैन खान ने चुनाव जीते। 2005 के चुनाव में भाजपा के लक्ष्मी नारायण मेहता फिर इस साल हुए उपचुनाव में लक्ष्मी नारायण मेहता दुबारा निर्वाचित हुए। 2010 में भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर पदम पराग राय वेणु चुनाव जीते। लेकिन उसके बाद 2015 और 2020 के चुनाव में विद्यासागर केशरी ने चुनाव जीता।

भाजपा आलाकमान की ओर से एक बार फिर फारबिसगंज विधानसभा क्षेत्र के वर्तमान विधायक पर भरोसा जताते हुए पार्टी ने उसे उम्मीदवार बनाया है। ऐसे में अगर वे तीसरी बार चुनाव जीतने में सफल होते हैं तो सरयू मिश्रा के बाद फारबिसगंज विधानसभा से हैट्रिक जीत दर्ज करने वाले दूसरे विधायक होंगे।

हिन्दुस्थान समाचार / राहुल कुमार ठाकुर

   

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