सिरसा: जनता पर जबरन कानून थोप रही सरकार: इंदौरा

सिरसा, 3 अप्रैल (हि.स.)। पूर्व सांसद डा. सुशील इंदौरा ने लोकसभा में लंबी चर्चा के बाद वक्फ (संशोधन)विधेयक को पारित किए जाने पर गुरुवार को कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सरकार ने जबरन इस बिल को पारित कर तानाशाही का उदाहरण पेश किया है। डा. इंदौरा ने कहा कि संशोधन विधेयक में लोगों को गुमराह करने का प्रयास किया गया है। उन्होंने कहा कि एक कानून कभी दूसरे कानून से ऊपर नहीं हो सकता।

पूर्व सांसद ने कहा कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) ने वक्फ संशोधन विधेयक पर कड़ा विरोध जताते हुए कहा कि यह वक्फ संपत्तियों के लिए लाभकारी होने के बजाय नुकसानदेह बताया है। ऐसे में सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि सत्ता के नशे में चूर मौजूदा सरकार तानाशाही नीतियों पर उतर आई है। उन्होंने कहा कि वक्फ (संशोधन) विधेयक मुसलमानों को हाशिए पर धकेलने और उनके निजी कानूनों और संपत्ति के अधिकारों को हड़पने के उद्देश्य से बनाया गया एक हथियार है।

आरएसएस, भाजपा और उनके सहयोगियों द्वारा संविधान पर यह हमला आज मुसलमानों पर लक्षित है, लेकिन भविष्य में अन्य समुदायों को निशाना बनाने के लिए एक मिसाल कायम करता है। यह कानून भारत के मूल विचार पर हमला करता है और अनुच्छेद 25ए धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार का उल्लंघन करता है। पूर्व सांसद ने कहा कि सरकार ने गिरगिट की भांति रंग बदलने शुरू कर दिए हैं और चहुंओर से जनता को प्रताडि़त करना शुरू कर दिया है, जिसे देश की जागरूक जनता भी स्पष्ट महसूस कर रही है। आगामी समय में जनता अपने वोट की चोट से सरकार को सबक सिखाने का काम करेगी।

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हिन्दुस्थान समाचार / Dinesh Kumar

   

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