
सिरसा, 11 मई (हि.स.)। सिरसा में एक महिला से एफडी के नाम पर लाखों रुपए की धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है। पुलिस ने शिकायत पर आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस को दी शिकायत में रविवार को पीडि़ता महिला सरोज रानी ने बताया कि उसने वर्ष 2012 में एमर्जिंग इंडिया इंफ्रा एंड डेवल्पर्स लि. (जिसका बाद में नाम द नेशनल को-ओप नेट क्रेडिट सोसायटी लि. कर दिया गया) से 2 फरवरी 2012 को 5 साल के लिए मेरे खुद के नाम से अपनी पहली एफडी करवाई थी, जिसकी कुल राशि एक लाख 20 हजार रुपए थी। कंपनी की मेन ब्रांच मोहाली पंजाब में स्थित है जिसका मुख्य संचालक गुरप्रीत सिंह सिद्धू है, जो पंजाब में ही रहता है। एफडी पूरा होने का समय अप्रैल 2018 था। जो वर्ष 2016/17 के दौरान ही सिरसा में स्थित कंपनी का कार्यालय किन्हीं कारणों से बंद हो गया था।
महिला ने बताया कि एफडी का समय पूरा होने पर जब वर्ष 2018 में मेरा बेटा राशि लेने के लिए मुख्य ब्रांच मोहाली पंजाब गया तब वहां कुछ कर्मचारी बैठे थे, जिन्होंने मेरे बेटे से एफडी के कागज जमा करवा लिए व एक सफेद कागज पर उनकी कंपनी की मोहर लगाकर रसीद के तौर पर एक कागज दे दिया व कहा कि अभी राशि नहीं है, बाद में आना। इसके कुछ समय बाद उसका बेटा दोबारा मुख्य ब्रांच में पहुंचा तब देखा कि यहां की मेन ब्रांच, पुलिस द्वारा सील की गई है व कंपनी बंद हो चुकी थी।
उसके बेटे ने कार्यालय के नजदीक वाले दुकानदारों से इस बारे पता किया तो लोगों ने बताया कि गुरप्रीत सिंह सिद्धु काफी लोगों के पैसे खा चुका है व उस पर इस बारे मुकदमा भी चल रहा है तथा अभी वह फरार है। महिला ने बताया कि उसने वर्ष 2015 में अपनी दूसरी एफडी इसी कंपनी से करवाई थी, जिसकी राशि पांच लाख रुपए थी व तीसरी एफडी सिरसा ब्रांच से वर्ष 2014 में करवाई, जिसकी राशि 219497 रुपए थी। उसकी तीनों एफडी की राशि डूब गई, जिसके कारण उसे आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ा। आरोपी ने उसके साथ धोखाधड़ी की। पुलिस ने शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।
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हिन्दुस्थान समाचार / Dinesh Chand Sharma