देश की प्रगति में स्पीड ब्रेकर हैं लगातार चुनाव : सुनील बंसल
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- Apr 21, 2025

कानपुर, 21अप्रैल (हि. स.)। भारत में समय-समय पर आवश्यकताओं के अनुसार और बढ़ती आबादी को देखते कानून,शिक्षा व अन्य क्षेत्र कई महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। आज के समय में चुनावी प्रकिया में भी बदलाव की आवश्यकता है। गत 30 वर्षों में एक भी वर्ष ऐसा नहीं रहा जिसमें कोई चुनाव न हुआ हो। लगातार चुनाव देश के विकास में स्पीडब्रेकर का कार्य करते हैं। औसतन पांच वर्षों की सरकार में लगभग एक साल आचार संहिता के कारण सभी विकास कार्य व परियोजनाएं रुक जाती हैं। यह बातें सोमवार को कानपुर में एक देश एक चुनाव पर भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बंसल ने कही।
छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय के वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई प्रेक्षाग्रह में एक राष्ट्र एक चुनाव विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन हुआ। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बंसल ने शिरकत की। उन्होंने कहा कि एक राष्ट्र एक चुनाव कोई नई व्यवस्था नहीं है भारत में स्वतंत्रता के बाद कई वर्षों तक सभी चुनाव एक साथ हुए हैं लेकिन कई विधानसभाओं के समय से पहले भंग होने के कारण यह व्यवस्था प्रभावित हुई। बार-बार चुनावों के पड़ने वाले आर्थिक बोझ पर चर्चा करते हुए कहा कि लगभग 5 से 7 लाख करोड़ रूपये 5 साल के भीतर चुनावों में खर्च होता है। एक राष्ट्र एक चुनाव के माध्यम से हम इन पैसों को देश के अन्य क्षेत्रों में लगा सकते है। हम 2047 तक भारत को एक विकसित देश के रूप में देखना चाहते है लेकिन बार बार चुनाव देश के विकास के बाधा है। बार-बार चुनाव से सरकार सुशासन से भटकती है और हमेशा चुनावी मोड में रहती है।
उन्होंने कहा कि मौजूदा चुनाव प्रणाली के कारण राजनीति में नए लोगों को अवसर कब मिल रहा है, एक राष्ट्र एक चुनाव से युवा वर्ग से कई लोग राजनीति में आने को प्रेरित होंगे। देश में लगातार चुनाव होने से राजनैतिक वैमनस्य बढ़ता है। उन्होंने कहा कि एक राष्ट्र एक चुनाव से हम अपने संसाधनों धन, समय मैन पावर को बचा सकते हैं।
इस अवसर पर सभागार में शहर के सभी विधायक, सांसद, जनप्रतिनिधि एवं भारी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / मो0 महमूद