एलजी मनोज सिन्हा ने योगाचार्य स्वामी राम स्वरूप जी का आशीर्वाद लिया

कठुआ 01 दिसंबर (हि.स.)। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने जसरोटा निर्वाचन क्षेत्र के भाजपा विधायक राजीव जसरोटिया के आवास पर स्वामी राम स्वरूप योगाचार्य से मुलाकात की। स्वामी राम स्वरूप योगाचार्य जी ने उपराज्यपाल से जम्मू कश्मीर की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत के प्रचार और संरक्षण के बारे में चर्चा की।

उपराज्यपाल ने जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश के लोगों की शांति और समृद्धि के लिए स्वामी राम स्वरूप योगाचार्य का आशीर्वाद मांगा।

उपराज्यपाल ने अपने संबोधन में स्वामी राम स्वरूप योगाचार्य को एक प्रबुद्ध संत, योग गुरु और प्रसिद्ध विद्वान बताया और संस्कृत को बढ़ावा देने और भारत की महान सभ्यता के आदर्शों और मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए उनके उत्कृष्ट योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि संस्कृत और सामाजिक उत्थान के लिए स्वामी की निस्वार्थ सेवा हम सभी को अपने पारंपरिक और सांस्कृतिक मूल्यों को मजबूत करने और समाज के हित के लिए काम करने के लिए खुद को फिर से समर्पित करने के लिए प्रेरित कर रही है। सिन्हा ने भारत की समृद्ध परंपराओं और सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित और बढ़ावा देने के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार के संकल्प को साझा किया।

उपराज्यपाल ने कहा कि सर्वस्पर्शी भारतीय संस्कृति, मूल मूल्यों, कलात्मक परंपराओं और वसुधैव कुटुंबकम, विश्व एक परिवार” की भावना का प्रचार-प्रसार हमारी प्राथमिकता है। भारत भावी पीढ़ियों के लिए एक टिकाऊ, शांतिपूर्ण और प्रगतिशील दुनिया को आकार देगा। उन्होंने कहा कि आज भारत अपनी समृद्ध ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत और अपने प्रतिभाशाली मानव संसाधनों के साथ 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य की ओर बढ़ रहा है।

इस अवसर पर उपराज्यपाल ने संतों, प्रबुद्ध नागरिकों और प्रशासनिक तंत्र से एकजुट होकर मानवता की सेवा करने का आह्वान किया। ताकि समानता और न्याय को सक्षम करने के लिए संतों को नागरिकों की अंतरात्मा का संरक्षक बनना होगा। समाज को समृद्ध बनाने के लिए सामाजिक जागृति की आवश्यकता है। यह समाज के प्रत्येक व्यक्ति, बुद्धिजीवियों, संतों के लिए है कि वे एक उज्जवल भविष्य बनाने के लिए मूल मूल्यों को विकसित करने का प्रयास करें।

सिन्हा ने यह सुनिश्चित करने के लिए सामूहिक प्रयासों का आह्वान किया कि विकास का लाभ जमीनी स्तर तक पहुंचे और सभी लोगों के बीच लाभ पहुंचे और संवेदनशीलता के साथ परिवर्तन की प्रक्रिया का प्रबंधन किया जाए।

वेद मंदिर योल के योगाचार्य स्वामी राम स्वरूप योगाचार्य ने यहां जसरोटा के विधायक राजीव जसरोटिया द्वारा अपने आवास पर आयोजित एक धार्मिक समारोह के दौरान उपदेश दिए और वेदों की शिक्षाओं का प्रचार किया। स्वामी जी ने सनातन वैदिक संस्कृति पर प्रकाश डाला और कहा कि वेद विश्व बन्धुत्व की बात करता है। उन्होंने कहा कि वेदों की शिक्षाओं को सुनने और उनका पालन करने की आवश्यकता है, जो जाति, रंग और पंथ के भेदभाव के बिना सभी मनुष्यों पर सार्वभौमिक रूप से लागू होती हैं। स्वामी जी ने कहा कि लोगों में वैदिक ज्ञान की कमी के कारण अधिकांश लोग सही मार्ग से भटक रहे हैं। अत: अध्ययन और संतों के लेखन से पता चलता है कि जब तक वैदिक संस्कृति के मूल नियम का सभी लोग अध्ययन नहीं करेंगे, तब तक स्त्री-पुरुष का सम्मान स्थापित नहीं हो सकेगा। इससे पहले योगाचार्य स्वामी रामस्वरूप जी महाराज ने जसरोटा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक राजीव जसरोटिया के आवास पर हवन और यज्ञ का आयोजन किया जिसमें सैकड़ों भक्तों ने स्वामी जी का आशीर्वाद प्राप्त किया। स्वामी जी ने वेद-शास्त्रों के उपदेश सत्र आयोजित किये। इस अवसर पर स्वामी जी ने वेदों एवं अन्य संतों द्वारा रचित आध्यात्मिक गीतों का गायन किया।

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हिन्दुस्थान समाचार / सचिन खजूरिया

   

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