शीतला माता को अर्पित व्यंजनों को गीला होने से बचाने के लिए गायत्री परिवार ने बनाई टोलियां

जयपुर, 20 मार्च (हि.स.)। बास्योड़ा पर शीतला माता को अर्पित व्यंजनों को पानी में गीला होकर गलने से बचाने के लिए अखिल विश्व गायत्री परिवार का महिला मंडल शुक्रवार को समझाइश अभियान चलाएगा। गुरुवार को अभियान के लिए दो-दो महिलाओं की टोलियां बनाकर क्षेत्रवार जिम्मेदारियां सौंपी गई। पिछले एक सप्ताह में शीतला माता मंदिर या अन्य मंदिरों में शीतला पूजन स्थान में अभियान से संबंधित बैनर लगाए जा चुके है। कई संस्थाओं, संगठनों और युवा भी अभियान में सहभागी बन रहे है। गायत्री परिवार के साथ युवाओं की टोलियां भी मंदिरों में सेवा देने और प्रसाद एकत्र कर जरुरतमंदों तक पहुंचाने का कार्य करेगी।

गायत्री परिवार राजस्थान के समन्वयक ओमप्रकाश अग्रवाल ने बताया कि गायत्री परिवार की दो-दो महिलाओं की टोली शीतला पूजन करने वाली महिलाओं को आदर पूर्वक निवेदन करेंगी कि प्रसादी का शीतला माता को भोग लगाकर पास रखे पात्र में ही डालें, ताकि यह प्रसादी किसी के काम आ सके. गीली होकर बर्बाद न हो। प्रसाद एकत्र करने के लिए मंदिर में बड़े बर्तन अथवा थैली रखी जाएगी। बाद में यह प्रसादी अनाथालय, कच्ची बस्ती, गौशाला में पहुंचा दी जाएगी ताकि उसका सदुपयोग हो सके। मंदिर में प्रसाद एकत्र करने के लिए यदि कुम्हार परिवार से कोई हो तो और वे प्रसाद घर ले जाना चाहते हैं तो वे ले जा सकेंगे। गौरतलब है कि गत छह वर्षों से गायत्री परिवार मानसरोवर के महिला मंडल ने शीतलाष्टमी पर पूजन के समय प्रसादी भीगने या खराब होने से बचाने के लिए यह अभियान शुरू किया था। इस बार यह अभियान में पूरे जयपुर और प्रदेश के कई शहरों में चलाया जाएगा।

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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश

   

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