मणिपुर काे लेकर गहलाेत ने प्रधानमंत्री-गृहमंत्री काे घेरा
- Admin Admin
- Jan 01, 2025
जयपुर, 1 जनवरी (हि.स.)। मणिपुर के सीएम बीरेन सिंह के माफी मांगने पर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को घेरा है। गहलोत ने बुधवार काे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने बहुत बड़ा क्राइम किया है। आपने एक स्टेट को इग्नोर ही कर दिया, जैसे वह भारत का हिस्सा ही नहीं हो, इसको हम क्या कहेंगे? अब मणिपुर के मुख्यमंत्री माफी मांग रहे हैं, नए साल में माफी मांग कर पता नहीं क्या कहना चाहते हैं? जब उनसे संभल नहीं रहा था तो उनको पहले खुद को इस्तीफा देना चाहिए था।
गहलोत ने बुधवार को अपने जयपुर स्थित आवास पर पत्रकाराें से कहा कि इस घटना को मैं मामूली नहीं मानता हूं, वहां पर प्रधानमंत्री मोदी को जाना चाहिए था। मोदी भी वहां नहीं जाने के लिए अड़े हुए हैं। प्रधानमंत्री को बड़ा दिल रखना चाहिए। कांग्रेस और विपक्ष इसकी मांग कर रहे हैं, अगर मांग न भी करें तो जाना हाेता है।
गहलोत ने कहा कि गृह मंत्री दो-तीन बार जाकर आए, लेकिन प्रधानमंत्री जाते। प्रधानमंत्री का अलग प्रभाव होता है। प्रधानमंत्री ने देश में ताली-थाली बजवा दी। प्रधानमंत्री ने जो कहा वह देशवासियों ने किया, इसके मायने क्या हुए? प्रधानमंत्री अगर खुद मणिपुर जाते तो हो सकता है उनकी बात को विश्वास करके दोनों समुदाय में खून खराबा रुक जाता। यह छह महीने में खत्म हो जाता।
गहलोत ने कहा कि मणिपुर के मुख्यमंत्री ने पब्लिक से माफी मांगी है, वह माफ करने योग्य नहीं है। आप 18 महीने बाद आज माफी मांग रहे हो, इतिहास में ऐसा माहौल किसी राज्य में नहीं बना होगा, जो वहां बना। वहां जाति-समुदाय आपस में फायरिंग कर रहे हैं, महिलाओं से रेप कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने खुद एक साल पहले स्वीकार किया कि रेप चलते रहे, अत्याचार और उत्पीड़न चला। वहां पर सब कुछ होता रहा और भारत सरकार भी कुछ नहीं कर पाई।
उल्लेखनीय है कि मणिपुर सीएम बीरेन सिंह ने 2024 के आखिरी दिन सेक्रेट्रेएट में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि पूरा साल बहुत दुर्भाग्यपूर्ण रहा है। इसका मुझे बहुत दुख है। तीन मई 2023 से लेकर आज तक जो कुछ भी हो रहा है, उसके लिए मैं राज्य के लोगों से माफी मांगता हूं।
गहलोत ने कहा कि मैं मणिपुर की सरकार को दोषी मानता हूं और केंद्र सरकार को भी दोषी मानता हूं। क्या आप एक मुख्यमंत्री को चेंज नहीं कर सकते थे। बहुत बड़ी बात नहीं होती, वहां हिंसा रुक जाती। नॉर्थ ईस्ट का राज्य है, उसमें जो हुआ, उसे जो लोग समझते हैं, उनमें रिएक्शन हुआ है, बाकी लोगों को समझना चाहिए कि यह बहुत बड़ी घटना है। वहां पर हिंसा का तांडव हुआ, महिलाओं के साथ रेप हुए हैं, उत्पीड़न की घटनाएं हुई। 250 लोग मारे गए हैं।
गहलोत ने कहा कि लोग समझते नहीं हैं, लोगों को समझाना पड़ेगा। इस देश को बचाना है तो युवा पीढ़ी को समझाना पड़ेगा कि कौन गलती कर रहा है, चाहे कोई पार्टी हो, कोई गलती कर रहा हो तो उसकी आलोचना होनी चाहिए। अच्छा काम कर रहा है तो उसका वेलकम होना चाहिए।
गहलोत ने कहा कि यह जो देश में धर्म के नाम पर माहौल बना, उसके बाद में सिर्फ धर्म की बात हो रही है। बाकी सब अन्य अत्याचार की घटनाएं-दुर्घटनाएं पीछे रह गई हैं। आने वाली पीढ़ियों को हम क्या जवाब देंगे, यह हमें सोचना चाहिए।
गहलोत ने कहा कि राजस्थान में नाै जिले खत्म कर दिए, कोई चर्चा नहीं कर रहा है। यह जो खर्च है, उसमें खर्चा नहीं देखा जाता, लोगों की सुविधा देखी जाती है। मेट्रो चली थी, हमारी सरकार बदल गई तो कहा गया कि इसमें पैसा बर्बाद कर दिया। जयपुर को मेट्रो की जरूरत नहीं थी, घाटे का सौदा है।
तभी मैंने कहा था कि दुनिया भर के अंदर जो मेट्रो चलती हैं वो घाटे का ही सौदा होती हैं, लेकिन जनता को सुविधा देने के लिए चलानी होती है। पब्लिक सर्विस चाहिए, सरकारों की ड्यूटी होती है कि वह पूरा करें। आज जयपुर में जो मेट्रो चल रही है कितना लाभ दे रही है, सबको मालूम है।
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हिन्दुस्थान समाचार / रोहित