लड़कियों ने लोअर किक, मिडिल किक, अपर किक मारना सीखा,सुरक्षा के गुर जाना

—आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर में शामिल बालिकाएं प्रशिक्षण लेकर उत्साहित दिखी

वाराणसी,20 मार्च (हि.स.)। चौबेपुर के भंदहा कला ग्राम में गुरूवार को बालिकाओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दिया गया। सामाजिक संस्था आशा ट्रस्ट और रेड ब्रिगेड ट्रस्ट के संयुक्त पहल पर गांव में स्थित आशा ई —लाइब्रेरी में आयोजित 04 दिवसीय आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर में पहले दिन बालिकाओं के आत्मनिर्भर व आत्मविश्वासी बनने पर जोर दिया गया। शिविर में विभिन्न गांवों की 25 बालिकाओं ने मुसीबत के समय आत्मरक्षा के गुर सीखे।

रेड ब्रिगेड ट्रस्ट के प्रशिक्षक दल ने छात्राओं को लोअर किक, मिडिल किक, अपर किक, सीजर किक आदि के बारे में बताया । इसके अलावा एक बालिका का किसी व्यक्ति द्वारा गला या हाथ पकड़ने पर अपने आप को छुड़ाने, पीछे से पकड़ने पर अपने आप को त्वरित छुड़ाने जैसे सुरक्षा के गुर बताए गये। लघु फ़िल्म और समूह चर्चा के माध्यम से भी इस विषय पर उन्हें सचेत किया गया। शिविर में शामिल बालिकाएं अपनी सुरक्षा को लेकर जानकारी व प्रशिक्षण प्राप्त कर काफी उत्साहित नजर आई। प्रशिक्षण संयोजक अजय पटेल ने बताया कि स्कूल आते जाते समय छेड़खानी और दुर्व्यवहार जैसी घटनाएं दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही हैं । ऐसे में स्कूली बच्चियों को आत्म रक्षा के लिए प्रशिक्षित करने के लिए इस प्रकार के शिविर नियमित किये जाने की जरूरत है। आशा ट्रस्ट के समन्वयक वल्लभाचार्य पाण्डेय ने कहा कि बालिकाओं को आत्मरक्षा प्रशिक्षण दिलाने का उद्देश्य उन्हें आत्मनिर्भर व आत्मविश्वासी बनाना है जिससे किसी भी प्रकार की विपरीत परिस्थिति होने पर वे घबराएं नहीं और अपनी सुरक्षा स्वयं कर सकें। ब्रिगेड की प्रशिक्षिका सुष्मिता भारती ने भी बहुत ही रोचक तरीके से छात्राओं को प्रशिक्षण प्रदान किया ।

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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी

   

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