
गुवाहाटी, 7 मई (हि.स.)। असम के राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य ने बुधवार को राजभवन में असम-मेघालय कैडर के 2024 बैच के छह आईएएस प्रोबेशनरों से मुलाकात की और उन्हें शुभकामनाएं दीं।
राज्यपाल ने युवा अधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि उनकी सफलता व्यक्तिगत उपलब्धि के साथ-साथ जनसेवा के प्रति एक महत्वपूर्ण और आजीवन प्रतिबद्धता की शुरुआत भी है। उन्होंने प्रोबेशन अवधि को एक सिविल सेवक के जीवन का निर्णायक चरण बताया। उन्होंने कहा, “इसी दौरान प्रशासनिक नैतिकता, दृष्टिकोण और नेतृत्व का आधार तैयार होता है। यह वह समय है जब शासन के प्रति दृष्टिकोण और मूल्य विकसित होते हैं।”
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘रिफॉर्म, परफॉर्म, ट्रांसफॉर्म’ मंत्र को दोहराते हुए राज्यपाल ने अधिकारियों से आग्रह किया कि वे ऐसे परिवर्तनकारी अधिकारी बनें, जो प्रणाली में दक्षता, ईमानदारी और करुणा लेकर आएं। उन्होंने उन्हें अच्छे शासन और नवाचार के माध्यम से भारत के परिवर्तन के सफर में सक्रिय भागीदार बनने को कहा।
राज्यपाल आचार्य ने जन प्रशासन में सहानुभूति के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा, “सच्चा नेतृत्व संवेदनशीलता और अपनत्व की भावना से उपजता है। कोई भी अधिकारी केवल अधिकार से नहीं, बल्कि करुणा, विनम्रता और सार्थक संवाद से लोगों का विश्वास अर्जित करता है।”
इस संवाद कार्यक्रम में राज्यपाल के आयुक्त व सचिव एसएस मीनाक्षी सुन्दरम, राज्यपाल के ओएसडी प्रो. बेचन लाल, असम प्रशासनिक स्टाफ कॉलेज की संयुक्त निदेशक डिंपल बरुवा एवं राजभवन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश