धमतरी जिले में एक मार्च से समर्थन मूल्य पर खरीदा जाएगा चना

धमतरी, 13 फ़रवरी (हि.स.)। जिले में धान खरीद के बाद अब किसानों से शासकीय समर्थन मूल्य पर चना खरीदने की तैयारियां तेज़ी से की जा रही है। राज्य सरकार इस वर्ष प्रधानमंत्री आशा योजना के तहत जिले में चना की फसल लगाने वाले किसानों से पांच हज़ार 650 रुपये प्रति क्विंटल की दर से चना की खरीद करेगी। चना की ख़रीद आगामी एक मार्च से शुरू हो जाएगी। जिलास्तर पर इसके लिए तैयारियाँ तेजी से की जा रही हैं। चना उपजाने वाले किसानों का पंजीयन एकीकृत किसान पोर्टल पर शुरू हो गया है।

कृषि उप संचालक मोनेश साहू ने गुरुवार काे बताया कि चना की फसल लगाने वाले किसान अपना पंजीयन किसान पोर्टल पर करा सकते हैं। इसके लिए किसानों को अपने खेत की ऋण पुस्तिका, आधार नंबर, बैंक पास बुक और मोबाइल नम्बर के साथ आवेदन अपने क्षेत्र की सहकारी समिति में जमा करना होगा। पोर्टल पर पंजीयन के बाद क्षेत्र के ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी द्वारा फ़सल का सत्यापन किया जाएगा। इस वर्ष छह क्विंटल प्रति एकड़ की दर से किसानों से चना की खरीदी की जाएगी । इस वर्ष के लिए शासन द्वारा चना के समर्थन मूल्य 56 रुपये 50 पैसा प्रति किलो के मान से पांच हज़ार 650 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है। जिले में चना खरीदी के लिए चार उपार्जन केंद्र बनाए जा चुके है और चार नए केंद्रों के लिए प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। उन्होंने बताया की धमतरी विकासखंड में प्राथमिक सेवा सहकारी समिति तरसीवां और लोहरसी को उपार्जन केंद्र बनाया गया है। इसी तरह कुरुद विकासखंड में प्राथमिक सेवा सहकारी समिति रामपुर और कातलबोड़ को उपार्जन केंद्र बनाया गया है। इसके साथ ही चार नए उपार्जन केंद्रों नगरी, मगरलोड, धमतरी और छाती के लिए प्रस्ताव शासन को भेजे गए है। उप संचालक ने इन चारों केंद्रों की जल्द ही स्वीकृति मिलने की भी संभावना जताई है।

जिले में लगभग साढ़े 15 हज़ार हेक्टेयर में लगी चने की फसल: धमतरी जिले में इस वर्ष जिला प्रशासन और कृषि विभाग के समन्वित प्रयासों से लगभग साढ़े पंद्रह हज़ार हेक्टेयर रकबे में चना की फसल लगाई गई है। धमतरी विकासखंड में ही छह हज़ार 378 हेक्टेयर में किसानों ने चना की खेती की है। कुरूद विकासखंड में पांच हज़ार 875 हेक्टेयर में, मगरलोड विकासखंड में लगभग ढाई हज़ार हेक्टेयर और नगरी विकासखंड में 726 हेक्टेयर रकबे में चने की खेती की जा रही है । ऐसे में उपजाए गए चने की समर्थन मूल्य पर ख़रीद से किसानों को अच्छा फ़ायदा होने की उम्मीद है।

हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा

   

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