ग्रामीणों की जिंदगी चचरी पुल पर टिकी, स्थायी पुल बना सपना

बेतिया, 21 अगस्त (हि.स.)। पश्चिम चंपारण ज़िला स्थित लौरिया प्रखंड के तेलपुर पंचायत के वार्ड संख्या 11 के दक्षिण टोला गांव के करीब 40 घरों के लोग आज भी विकास की राह तक रहे हैं।

गांव तक पहुंचने के लिए ग्रामीणों को अस्थायी चचरी पुल ही सहारा है। यही पुल सैकड़ों एकड़ खेतों तक किसानों की आवाजाही का भी एकमात्र रास्ता है। बरसात और बाढ़ के दिनों में जब मसान नदी उफान पर होती है, तब यही जर्जर पुल ग्रामीणों की जिंदगी और खेती-बाड़ी दोनों का सहारा बनता है।

स्थानीय उपमुखिया राम भुवन महतो कहते हैं“ हर साल लोग अपनी मेहनत और पैसे से यह पुल बनाते हैं, लेकिन इसे पार करते समय हमेशा हादसे का डर बना रहता है। बच्चों और बुजुर्गों के लिए तो यह और भी जानलेवा साबित होता है।

तेलपुर पंचायत के मुखिया मो. जावेद ने बताया कि प्रखंड स्तर की टीम पुल की स्थिति की जांच कर चुकी है, लेकिन अब तक कोई ठोस पहल नहीं की गई। ग्रामीणों का आरोप है कि चुनाव के समय नेताओं द्वारा पुल निर्माण का वादा जरूर किया जाता है, लेकिन जीतते ही सब भूल जाते हैं। आज भी तेलपुर और आसपास के पंचायतों के लोग अपनी जान जोखिम में डालकर इसी अस्थायी पुल से गुजरने को मजबूर हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से स्थायी पुल निर्माण की मांग तेज कर दी है, ताकि उनकी रोजमर्रा की जिंदगी और खेती दोनों सुरक्षित रह सके।

हिन्दुस्थान समाचार / अमानुल हक

   

सम्बंधित खबर