
गुरुग्राम, 17 अप्रैल (हि.स.)। विश्व हीमोफिलिया दिवस जिले में पूरे उत्साह और जागरूकता के साथ मनाया गया। इस वर्ष की थीम रही महिलाओं और लड़कियों में रक्तस्राव से जुड़ी बीमारियों की सही समय पर पहचान और बेहतर इलाज को बढ़ावा देना। इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग, गुरुग्राम के सभी स्वास्थ्य केंद्रों में कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें आयुष्मान आरोग्य मंदिर भी शामिल रहे। जिला सिविल सर्जन डॉ. अल्का सिंह ने बताया कि हीमोफिलिया एक अनुवांशिक रोग है, जिसमें रक्त सामान्य रूप से नहीं जमता और यह आमतौर पर फैक्टर 8 या 9 की कमी से होता है। गुरुग्राम के सिविल अस्पताल, सेक्टर-10 में हीमोफिलिया का इलाज किया जाता है, जहां स्त्री रोग विशेषज्ञ, बाल रोग विशेषज्ञ और अन्य चिकित्सकों की टीम सेवाएं प्रदान करती है।
वर्ष 2024 में जिले में 958 गर्भवती महिलाओं की एंटेनेटल स्क्रीनिंग की गई, जिससे संभावित हीमोफिलिया मामलों की समय पर पहचान हो सके। उन्होंने बताया कि फिलहाल जिले में 72 पंजीकृत हीमोफिलिया रोगी हैं जिन्हें निःशुल्क उपचार उपलब्ध कराया जा रहा है। इनके लिए आवश्यक फैक्टर स्वास्थ्य विभाग द्वारा खरीदे जाते हैं। इसके अतिरिक्त सरकार द्वारा 2750 रुपए प्रतिमाह की पेंशन भी दी जा रही है। जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से जिले के सरकारी विद्यालयों में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें स्लोगन प्रतियोगिता प्रमुख रही। इससे शिक्षकों और विद्यार्थियों में हीमोफिलिया के प्रति जानकारी और समझ को बढ़ावा मिला।
हिन्दुस्थान समाचार / ईश्वर