
हरिद्वार, 23 अप्रैल (हि.स.)। शांभवी पीठाधीश्वर व काली सेना प्रमुख स्वामी आनन्द स्वरूप महाराज ने कश्मीर के पहलगांव में हुए नरसंहार की निंदा करते हुए इसे अक्षम्य अपराध बताया है। उन्होंने कहा कि अब बहुत हो चुका। अब क्रिया की प्रतिक्रिया होनी ही चाहिए।
काली सेना प्रमुख स्वामी आनन्द स्वरूप महाराज ने कहा कि महर्षि कश्यप की भूमि में जिस प्रकार से धर्म पूछकर निरीह पर्यटकों की हत्या की गई, उसके बाद अब कश्यप की भूमि को गैर हिन्दू विहीन किया ही जाना चाहिए।
काली सेना प्रमुख ने कहा कि जिस प्रकार से आतंकी फिर से सिर उठाने लगे हैं और धर्म पूछकर हिन्दुओं की हत्या की जा रही है, वह सब्र से परे हो चुका है। अब समय आ गया है कि आतंकियों की इस क्रिया की प्रतिक्रिया होनी ही चाहिए।
उन्होंने आतंकियों को चुनौती देते हुए कहा कि निरीह लोगों का संहार करना कोई बहादुरी नहीं। यदि लड़ाई लड़नी है तो आमने-सामने की लड़ाई लड़ी जाए। फिर देखना होगा की कौन किस पर भारी पड़ता है। कहाकि यदि ऐसा होता है तो हिन्दू इन आतंकियों की ईंट से ईंट बजाने के लिए काफी है।
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि इस्लामिक आतंकवादियों ने जिस प्रकार से हिन्दू पर्यटकों को खून बहाया है। सरकार को अब ठोस कदम उठाते हुए आतंकियों को इस कृत्य का कड़ा जवाब देना चाहिए।
हिन्दुस्थान समाचार / डॉ.रजनीकांत शुक्ला