सवारी बस व कार की आमने-सामने टक्कर, युवक की मौत, पांच घायल

चित्तौड़गढ़, 5 अप्रैल (हि.स.)। जिले के निंबाहेड़ा उपखंड क्षेत्र के सदर थाना इलाके में शनिवार को सवारी बस एवं एक कार की आमने-सामने की टक्कर हो गई। हादसे में कार सवार एक युवक की मौत हो गई, जबकि पांच अन्य घायल हो गए। इनमें से एक गंभीर घायल को उदयपुर रेफर किया है। वहीं चार अन्य को निंबाहेड़ा के राजकीय जिला चिकित्सालय में भर्ती किया है।

सदर थाना निंबाहेड़ा के एएसआई प्रहलाद सिंह ने बताया कि उदयपुर-मंगलवाड़ हाइवे पर सदर थाना इलाके में वैदिक विश्वविद्यालय के सामने यह हादसा हुआ है। यहां निंबाहेड़ा से मंगलवाड की तरफ जा रही निजी बस की सामने से आ रही कार से टक्कर हो गई। दोनों ही वाहनों की गति काफी तेज थी। इससे कार के अगले हिस्से में काफी नुकसान पहुंचा। कार चालक प्रतापगढ़ के धरियावद निवासी सलमान (35) पुत्र निसार अली की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं कार अन्य सवार मोहम्मदपुरा निवासी छोटू उर्फ अब्दुल एवं सोनू पुत्र जमिल खां, रहमान पुत्र मुस्ताक, अलफेज पुत्र अयुब खां घायल हो गए थे। इन सभी को उपचार के लिए निंबाहेड़ा स्थित जिला चिकित्सालय लाया गया। यहां सभी को प्राथमिक उपचार के बाद भर्ती कर लिया गया। वहीं अज्जु पुत्र गोटु खां की हालत गम्भीर होने से प्राथमिक उपचार के बाद उदयपुर रैफर कर दिया गया। सभी घायल निकुंभ थाना क्षेत्र में आने वाले सादलखेडा से कार से निम्बाहेडा एक विवाह समारोह में आ रहे थे। इसी दौरान सामने से गलत दिशा में ओवर टेक करते आ रही निजी बस ने उनकी कार की टक्कर हो गई। इससे चालक धरियावद निवासी सलमान पुत्र निसार अली की मौत हो जाने से उसके शव को जिला चिकित्सालय की मोर्चरी में रखवाया गया है। सूचना पर सदर थाना पुलिस ने मौके पर पहुंच जानकारी जुटाई। दुर्घटनाग्रस्त दोनों वाहनों को कब्जे में लेकर सदर थाने पहुंचाया गया। इधर, हादसे की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में लोग जिला चिकित्सालय में एकत्रित हो गए। इन्हें हटाने में कोतवाली पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ गई।

पहले भी हो चुके हैं हादसे

गौरतलब है कि निम्बाहेडा-मंगलवाड़ हाइवे पर आए दिन हादसे होते रहते हैं। अब तक कई घरों के चिराग बुझ चुके है तो कई परिवार इसका दंश झेल रहे है। निंबाहेड़ा से उदयपुर मार्ग को को फोरलेन में तब्दील करने के लिए कई बार मांग भी उठी। सरकारी तौर पर घोषणाऐं भी हुई लेकिन मामला अटका हुआ है। वर्तमान सरकार ने इस ओर पहल करते हुऐ टैंडर प्रक्रिया आरम्भ की है लेकिन कब तक कार्य शुरू होगा यह स्पष्ट नहीं कहा जा सकता।

हादसे का कारण बन रही बसों की तेज रफ्तार

इस मार्ग पर आए दिन हो रहे हादसों के पीछे कहीं न कहीं तेज रफ्तार से बसों का संचालन भी प्रमुख कारण है। इस रूट पर पहले रोडवेज की करीब 25-26 बसें संचालित होती थी, जिनका किराया भी साधारण था। लेकिन अब हर पन्द्रह मिनट में राज्य सरकार से अनुबंधित प्राईवेट बसों का संचालन किया जा रहा है। इनका संचालन भी तेज रफ्तार से होने के कारण आए दिन हादसे हो रहे हैं। परिवहन विभाग एवं प्रशासन को इनके परमिट की जांच करते हुए निर्धारित रफ्तार से ही वाहन संचालन करने के लिए पाबंद करना चाहिए। इससे हादसों पर अंकुश लगाया जा सकेगा।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / अखिल

   

सम्बंधित खबर