एसआई भर्ती परीक्षा मामलाः रामू राइका के बेटे को पास करवाने में आया आरपीएससी चेयरमैन का नाम
- Admin Admin
- Nov 06, 2024
जयपुर, 6 नवंबर (हि.स.)। एसआई भर्ती परीक्षा 2021 में रामू राइका के बेटे को पास करवाने में आरपीएससी चेयरमैन का नाम सामने आ रहा है। रामू राइका के बेटे का इंटरव्यू चेयरमेन संजय क्षोत्रिय के बोर्ड ने लिया था और राइका की बेटी का इंटरव्यू कटारा के बोर्ड ने लिया था। इस बात का खुलासा एसआई भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) की ओर से आरपीएससी के पूर्व सदस्य रामूराम राइका व बाबूलाल कटारा सहित बारह के खिलाफ पेश चार्जशीट में हुआ है। इसमें आरपीएससी चेयरमैन संजय क्षोत्रिय का भी नाम है। चार्जशीट के अनुसार राइका ने अपने बेटे देवेश व बेटी शोभा को थानेदार बनाने के लिए परीक्षा से एक माह पहले ही पेपर हथिया लिया था। फिर इंटरव्यू में भी धांधली की थी। पहले से ही उसने बेटी की फोटो इंटरव्यू बोर्ड को दिखा दी थी। बेटे के इंटरव्यू से पहले राइका आरपीएससी के तत्कालीन अध्यक्ष संजय क्षोत्रिय से उनके सरकारी आवास पर मिला था। तब क्षोत्रिय ने कहा था कि देखते हैं। एसओजी की चार्जशीट को कोर्ट ने रिकॉर्ड पर लिया है।
राइका के बेटे देवेश का इंटरव्यू आरपीएससी अध्यक्ष संजय क्षोत्रिय के बोर्ड में, बेटी शोभा का इंटरव्यू आरपीएससी सदस्य कटारा के बोर्ड ने लिया था। बेटे को 28 नंबर और बेटी को इंटरव्यू में 34 नंबर मिले थे। दरअसल राइका जानता था कि एसआई भर्ती का पेपर तैयार करने की जिम्मेदारी आरपीएससी सदस्य कटारा के पास थी। उसने कटारा से परीक्षा से करीब एक माह पहले पेपर व मॉडल-की ले ली थी। राइका की पूछताछ में आए तथ्यों के बाद एसओजी ने उसकी मौका तस्दीक कराई। राइका ने कटारा का वह कमरा बताया जहां उसने मोबाइल से पेपर की फोटो खींची। इसी तरह तत्कालीन अध्यक्ष का मकान बताया जहां वह बेटे के इंटरव्यू के दिन पहले अध्यक्ष से बात करने गया था। चार्जशीट के अनुसार लिखित परीक्षा के बाद रामूराम राइका ने कटारा से मिलकर इंटरव्यू में मदद के लिए कहा। कटारा बोला कि कौन अभ्यर्थी किस बोर्ड में यह अध्यक्ष तय करते हैं। कटारा ने अध्यक्ष से मिलने की सलाह दी। राइका आरपीएससी के तत्कालीन अध्यक्ष संजय क्षोत्रिय से मिला। बेटे देवेश के इंटरव्यू से पहले तीन दिन छुट्टी थी। इस दौरान ही राइका संजय क्षोत्रिय से मिलने गया था। उसने इंटरव्यू बोर्ड के अन्य सदस्यों से भी फोन पर बात की थी। चार्जशीट में लिखा है कि अध्यक्ष ने देवेश को अपने बोर्ड में लिया और 28 नंबर दिए।
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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश