परमार्थ निकेतन के स्वामी चिदानंद मुनि बोले- हिंदू बटेगा तो देश कटेगा
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- Dec 10, 2024
- बांग्लादेश में हिंदुओं के अत्याचार पर मानव अधिकार रक्षा मंच व संत समाज ने जताया विरोध - भारत में भी हिंदू समाज को सतर्क रहने की आवश्यकता, राष्ट्रपति काे भेजा पांच सूत्रीय ज्ञापन ऋषिकेश, 10 दिसंबर (हि.स.)। परमार्थ निकेतन के स्वामी चिदानंद मुनि ने कहा कि हिंदू बटेगा तो देश कटेगा। उन्होंने पाकिस्तान और बांग्लादेश का उदाहरण देते हुए कहा कि बांग्लादेश के निर्माण के बाद भी वहां हिंदुओं पर अत्याचार जारी हैं। मंदिरों पर हमले और अल्पसंख्यकों की हत्या यह दर्शाते हैं कि भारत में भी हिंदू समाज को सतर्क रहने की आवश्यकता है। बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार और उनके संवैधानिक व अंतरराष्ट्रीय अधिकारों के उल्लंघन के विरोध में मानव अधिकार रक्षा मंच, अखिल भारतीय संत समिति और विभिन्न हिंदू संगठनों ने ऋषिकेश में विशाल रैली निकाली। इस दौरान उपजिलाधिकारी के माध्यम से भारत के राष्ट्रपति को पांच सूत्रीय ज्ञापन सौंपा गया। मंगलवार को भरत मंदिर इंटर कॉलेज के प्रांगण से रैली की शुरुआत हुई। मानव अधिकार रक्षा मंच के अध्यक्ष हरगोविंद तिवारी की अध्यक्षता में आयोजित इस रैली का संचालन दीपक तायल ने किया। रैली नगर के मुख्य बाजारों से गुजरते हुए त्रिवेणी घाट पर संपन्न हुई। इसके बाद उपजिलाधिकारी को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में मांग की गई कि भारत सरकार बांग्लादेश सरकार पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाए और सुनिश्चित करे कि संयुक्त राष्ट्र के माध्यम से बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के ठोस उपाय किए जाएं। ज्ञापन में यह भी आग्रह किया गया कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हुए हमलों में मारे गए लोगों को न्याय दिलाने के लिए निष्पक्ष कार्रवाई की जाए। संत समाज ने किया एकजुटता का आह्वान रैली से पहले आयोजित सभा में अखिल भारतीय संत समिति के महामंडलेश्वर स्वामी दयाराम दास, हनुमंत पीठाधीश्वर डॉ. रामेश्वर दास, परमार्थ निकेतन के स्वामी चिदानंद मुनि, मधुबन आश्रम के महंत स्वामी परमानंद, महंत कपिल मुनि समेत अन्य संतों ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित किया। रैली में केशव ब्रह्मचारी, हृयगिरीवाचार्य, व्यापारिक और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे। मांगों की सूची में प्रमुख बिंदु - भारत सरकार बांग्लादेश सरकार पर दबाव बनाए।- अंतरराष्ट्रीय समुदाय और संयुक्त राष्ट्र के माध्यम से अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।- बांग्लादेश में मारे गए अल्पसंख्यकों को न्याय दिलाने के लिए निष्पक्ष जांच हो।
हिन्दुस्थान समाचार / विक्रम सिंह