आईआईटी रुड़की ने की एक भारत श्रेष्ठ भारत के पांचवें चरण की पहल

हरिद्वार, 23 अक्टूबर (हि.स)।आईआईटी रुड़की ने भारत सरकार की एक भारत श्रेष्ठ भारत पहल के तहत युवा संगम चरण पांच कार्यक्रम में उत्तराखंड के लिए नोडल कार्यालय के रूप में अपनी भूमिका की घोषणा की है। युवा संगम कार्यक्रम को विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के युवाओं को जोड़कर राष्ट्रीय एकीकरण को बढ़ावा देने के लिए याेजना बनाई गई है, जिससे उन्हें सांस्कृतिक, शैक्षणिक एवं सामाजिक आदान-प्रदान में शामिल होने का मौका मिलता है। चरण पांच में, उत्तराखंड और झारखंड के बीच साझेदारी और परिवर्तनकारी अनुभव को आगे बढ़ाने के लिए आईआईटी रुड़की एवं आईएसएम धनबाद ने हाथ मिलाया है।

इस पहल का उद्देश्य उत्तराखंड के छात्रों को झारखंड की समृद्ध आदिवासी विरासत, औद्योगिक शक्ति एवं खनन विरासत का पता लगाने के लिए एक अद्भुत मंच प्रदान करना, जबकि झारखंड के छात्रों को उत्तराखंड के आध्यात्मिक महत्व, प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक समृद्धि का अनुभव करने का अवसर देना है।

युवा संगम चरण पांच में दोनों राज्यों के विद्यार्थी कई तरह की गतिविधियों में प्रतिभाग करेंगे, जिसमें ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक विरासत स्थलों का दौरा, सांस्कृतिक एवं शैक्षणिक कार्यशालाएँ, स्थानीय समुदायों के साथ बातचीत, पर्यावरण संरक्षण, स्वास्थ्य सेवा और तकनीकी नवाचार जैसे सामाजिक-आर्थिक विकास क्षेत्रों की खोज शामिल है।

इस अवसर पर बोलते हुए, आईआईटी रुड़की के निदेशक प्रो. कमल किशोर पंत ने कहा, आईआईटी रुड़की में, हम मानते हैं कि युवा संगम जैसी पहल भारत के युवाओं के बीच विविधता में एकता को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण हैं। छात्रों को विभिन्न संस्कृतियों का एक व्यापक अनुभव प्रदान करके, हम एक मजबूत, अधिक जुड़े हुए राष्ट्र के निर्माण में सहायता कर रहे हैं। हम कार्यक्रम के इस चरण का नेतृत्व करने के लिए गाैरवान्वित हैं और उत्तराखंड और झारखंड के बीच समृद्ध आदान-प्रदान की आशा करते हैं। युवा संगम चरण पांच कार्यक्रम के लिए ऑनलाइन पंजीकरण खुले हुए हैं।

***********

हिन्दुस्थान समाचार / डॉ.रजनीकांत शुक्ला

   

सम्बंधित खबर