इंडिया, भारत या हिंदुस्तान, इसे जिस नाम से पुकारना चाहें, पुकारें- मुख्यमंत्री

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जम्मू, 11 मार्च । यह कहते हुए कि यह देश अपने तीन नामों - भारत, इंडिया और हिंदुस्तान से जाना जाता है, जम्मू और कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने मंगलवार को कहा कि नागरिक इसे किसी भी नाम से बुला सकते हैं जो उन्हें अच्छा लगता है।

आरएसएस महासचिव दत्तात्रेय होसबोले द्वारा की गई टिप्पणियों पर एक सवाल का जवाब देते हुए जिन्होंने एक समारोह में जोर देकर कहा कि अगर देश का नाम भारत है तो इसे केवल इसी नाम से बुलाया जाना चाहिए, अब्दुल्ला ने कहा कि हम इसे भारत कहते हैं, हम इसे इंडिया कहते हैं, हम इसे हिंदुस्तान कहते हैं। हमारे तीन नाम हैं, जो भी नाम आपको पसंद हो, आप उसे कह सकते हैं।

लोकप्रिय गीत सारे जहां से अच्छा, हिंदोस्तां हमारा का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हम भी यही कहते हैं, यह एक अलग नाम है। आप देश को जिस नाम से पुकारना चाहें, पुकार सकते हैं। मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के बयान से जुड़े एक अन्य सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं इस पर टिप्पणी नहीं कर सकता क्योंकि मैंने इसे पढ़ा नहीं है।

विधानसभा में व्यवधान पर अब्दुल्ला ने कहा कि दिहाड़ी मजदूरों की नौकरी नियमित करने के लिए मुख्य सचिव के नेतृत्व में एक समिति बनाई गई है। मैंने उन्हें यह काम पूरा करने के लिए छह महीने का समय दिया है। हमारी जो भी नीति या योजना होगी उसे अगले बजट में पेश किया जाएगा। बजट को लोगों के लिए प्रेम पत्र बताने वाली उनकी टिप्पणी पर विपक्ष के कटाक्ष पर उन्होंने कहा कि उन्हें हर चीज का विरोध करना है इसलिए उनका नाम विपक्ष है। हमने भी विपक्ष में रहते हुए यही किया है। यह विधानसभा और संसद ऐसे ही चलती रहेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह प्रेम पत्र (बजट) सिर्फ भाजपा के लिए नहीं था। उन्होंने कहा कि यह पत्र भाजपा, नेशनल कॉन्फ्रेंस, कांग्रेस, पीडीपी और पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के सभी मतदाताओं के लिए है। यह पत्र जम्मू-कश्मीर के सभी लोगों के लिए है। मुझे इस प्रेम पत्र को लिखने में कोई हिचकिचाहट नहीं है। मैं अगले पांच सालों तक यह प्रेम पत्र लिखता रहूंगा।

   

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