भारत और श्रीलंका के तटरक्षक बल अंतरराष्ट्रीय समुद्री अपराधों से मुकाबला करने को सहमत 

नई दिल्ली, 11 नवम्बर (हि.स.)। भारतीय तटरक्षक (आईसीजी) और श्रीलंका तटरक्षक (एसएलसीजी) ने सोमवार को कोलंबो में 7वीं वार्षिक उच्च स्तरीय बैठक की। दोनों देशों ने अंतरराष्ट्रीय समुद्री अपराधों से निपटने और क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ावा देने पर सहमति जताई।

कोलंबो में 7वीं वार्षिक उच्च स्तरीय बैठक में आईसीजी के महानिदेशक एस परमेश के नेतृत्व में चार सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल और महानिदेशक रियर एडमिरल वाईआर सेरासिंघे के नेतृत्व में एसएलसीजी प्रतिनिधिमंडल ने भाग लिया, जो दोनों तटरक्षकों के बीच सहयोगात्मक प्रयासों में एक महत्वपूर्ण कीर्तिमान साबित हुई। बैठक ने दोनों तटरक्षकों की समुद्री चुनौतियों का सामना करने की साझा प्रतिबद्धता को रेखांकित किया। साथ ही साथ क्षेत्रीय समुद्रिक समकालीन मुद्दों की एक श्रृंखला पर ध्यान केंद्रित किया, जिसमें ड्रग तस्करी, समुद्री प्रदूषण, नाविकों की सुरक्षा, सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाना, क्षमता निर्माण कार्यक्रम और अन्य सहयोगात्मक व्यवस्था शामिल हैं।

बैठक में इन चुनौतियों का सामना करने में पारस्परिक सहयोग को बढ़ाने पर जोर दिया गया, जिससे क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा और सुरक्षा ढांचा मजबूत हुआ। यह वार्षिक बैठक मई, 2018 में दोनों समुद्री एजेंसियों के बीच हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापन में उल्लिखित संस्थागत तंत्र का पालन करती है। बैठक का 8वां संस्करण 2025 में आईसीजी की ओर से आयोजित किया जाएगा।---------------------------------------

हिन्दुस्थान समाचार / सुनीत निगम

   

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