भारत-यूएई के बीच ग्रीन स्टील और उच्च श्रेणी के एल्युमीनियम में सहयोग की संभावनाएं

नई दिल्ली, 01 जुलाई (हि.स)। केंद्रीय इस्पात मंत्री एच. डी. कुमारस्वामी ने मंगलवार को भारत-संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) व्यापक आर्थिक सहयोग तथा भागीदारी समझौते (सीईपीए) के तहत भारत-यूएई के बीच औद्योगिक सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक के तहत यूएई के अर्थव्यवस्था मंत्री अब्दुल्ला बिन तौक अल मैरी से मुलाकात की।

भारी उद्योग मंत्रालय ने जारी एक बयान में बताया कि इस बैठक में व्यापार विस्तार, संसाधन सुरक्षा और इस्पात तथा एल्युमीनियम में सहयोगात्मक नवाचार पर ध्यान केंद्रित किया गया। कुमारस्वामी ने इस अवसर पर द्विपक्षीय औद्योगिक संबंधों को मजबूत करने के अवसर का स्वागत करते हुए दुनिया के दूसरे सबसे बड़े इस्पात उत्पादक के रूप में भारत की तेजी से बढ़ती भूमिका पर जोर दिया। इस दौरान उन्‍होंने हरित इस्पात, उच्च मूल्य विनिर्माण और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला के लचीलेपन के प्रति राष्ट्र की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया।

कुमारस्वामी ने कहा, भारत और संयुक्त अरब अमीरात हरित इस्पात उत्पादन और सतत औद्योगिक विकास में मजबूत साझेदार बन सकते हैं। संयुक्त अरब अमीरात विशेष रूप से कच्चे माल की सुरक्षा का समर्थन करके और ऊर्जा-कुशल उत्पादन प्रणालियों को सक्षम बनाकर भारत को वर्ष 2030 तक 300 मिलियन टन इस्पात उत्पादन लक्ष्य तक पहुंचने में मदद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। इस अवसर पर कुमारस्वामी ने कहा, हम ऑटोमोबाइल, मोबिलिटी और उच्च-स्तरीय विनिर्माण जैसे क्षेत्रों में उपयोग के लिए उच्च-गुणवत्ता वाले इस्पात और एल्यूमीनियम के संयुक्त उत्पादन और व्यापार में स्पष्ट तालमेल देखते हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / प्रजेश शंकर

   

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