भारतीय थल सेनाध्यक्ष नेपाली सेना के प्रधान सेनापति की मानद पदवी से अलंकृत होंगे 

- नेपाल के पांच दिनों के भ्रमण पर जनरल द्विवेदी की कई राजनीतिक शिष्टाचार मुलाकातें होंगी

काठमांडू, 12 नवंबर (हि.स.)। भारतीय थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेन्द्र द्विवेदी 20 नवंबर से नेपाल के पांच दिनों के भ्रमण पर काठमांडू आएंगे। थल सेनाध्यक्ष बनने के बाद पहली बार वो नेपाल आ रहे हैं, जहां उन्हें नेपाली सेना के प्रधान सेनापति के मानद उपाधि से अलंकृत किया जाएगा।

नेपाली सेना के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल गौरव केसी ने बताया कि नेपाली सेना के प्रधान सेनापति जनरल अशोक सिग्देल के निमंत्रण पर भारतीय थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेन्द्र द्विवेदी पांच दिनों के नेपाल भ्रमण पर 20 नवंबर को नेपाल पहुंचने वाले हैं। भारतीय सेना विशेष विमान से काठमांडू आने वाले थल सेनाध्यक्ष के लिए 21 नवंबर को राष्ट्रपति भवन में एक विशेष समारोह रखा गया है, जिसमें उन्हें नेपाली सेना के प्रधान सेनापति के मानद उपाधि से अलंकृत किया जाएगा।

सैन्य प्रवक्ता ने कहा कि नेपाल और भारत के बीच 1950 से ही यह परंपरा चली आ रही है, जहां दोनों देशों के आर्मी चीफ को एक-दूसरे देश के आर्मी चीफ की मानद उपाधि दी जाती है। अपने पांच दिनों के नेपाल भ्रमण के क्रम में भारतीय थल सेनाध्यक्ष जनरल द्विवेदी की कई राजनीतिक शिष्टाचार मुलाकात भी तय हैं। नेपाली सेना के प्रवक्ता केसी के मुताबिक राष्ट्रपति भवन में नेपाली सेना की मानद उपाधि ग्रहण करने के साथ ही राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल से शिष्टाचार मुलाकात होगी। इसके अलावा वो प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली, उपप्रधानमंत्री प्रकाशमान सिंह, रक्षा मंत्री मनवीर राई, विदेश मंत्री डॉ. आरजू राणा से भी मुलाकात करने वाले हैं।

नेपाल भ्रमण के दौरान भारतीय थल सेनाध्यक्ष नेपाली सेना के उच्च अधिकारियों के एक सम्मेलन को भी संबोधित करेंगे। इसके अलावा वो माउंटेन वारफेयर कॉलेज में प्रशिक्षार्थियों को संबोधित करेंगे। साथ ही पोखरा में रहे भारतीय सेना के पेंशन कैंप ऑफिस का दौरा करेंगे, जहां वो भूतपूर्व गोरखा सैनिकों और उनके परिवार वालों से मिलेंगे। इस दौरान वहां पर भारतीय सेना के शहीद परिवारों को आर्थिक सहायता भी प्रदान करने वाले हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / पंकज दास

   

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