प्रतिस्पर्धा और तकनीकी बदलावों के साथ  नवाचार  सीखना अनिवार्य: सचिव रंजीत सिन्हा

नैनीताल, 06 जनवरी (हि.स.)। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा सचिव डॉ.रंजीत कुमार सिन्हा ने सोमवार को बैठक में कुमाऊं विश्वविद्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों,संकायाध्यक्षों और विभागाध्यक्षों के साथ विश्वविद्यालय की अकादमिक और प्रशासनिक गतिविधियों की समीक्षा की। इस दौरान प्रतिस्पर्धा और तकनीकी बदलावों के साथ तालमेल के लिए नवाचार और निरंतर सीखने पर बल दिया।

सचिव डॉ.रंजीत कुमार सिन्हा ने विश्वविद्यालय के कार्यों की सराहना करते हुए राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्रभावी क्रियान्वयन और छात्रों के समग्र विकास पर जोर दिया और आश्वासन दिया कि शासन स्तर पर हरसंभव सहायता दी जाएगी। बैठक में वर्चुअल माध्यम से जुड़े कुलपति प्रो.दीवान रावत ने विश्वविद्यालय की उपलब्धियों और चुनौतियों पर चर्चा की।

इस दौरान बायोमेडिकल साइंसेज के संकायाध्यक्ष डॉ.महेंद्र राणा ने कुमाऊँ विश्वविद्यालय की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की। रिपोर्ट में शोध,नवाचार और राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत हो रहे सुधारों पर विशेष प्रकाश डाला। बैठक का संचालन कुलसचिव डॉ. मंगल सिंह मन्द्रवाल ने किया।

इसके बाद सचिव डॉ. सिन्हा ने विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन और डीएसबी परिसर नैनीताल का दौरा कर प्रवेश, परीक्षा और शोध जैसे विभागों की कार्यप्रणाली की जानकारी ली।

इस अवसर पर डीएसबी की परिसर निदेशक प्रो.नीता बोरा शर्मा,वित्त नियंत्रक अनीता आर्या,प्रो. अतुल जोशी,प्रो.पद्म सिंह बिष्ट,प्रो.चित्रा पांडे सहित अन्य वरिष्ठ प्राध्यापक और अधिकारी उपस्थित रहे।

कूटा-उटा ने सौंपा ज्ञापन:

समीक्षा बैठक के बाद कुमाऊँ विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (कूटा) और उत्तराखंड विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (उटा) के शिष्टमंडल ने सचिव से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में संविदा प्राध्यापकों के विनियमितीकरण, वेतन सुधार, आवास मरम्मत और राष्ट्रीय शिक्षा नीति के व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के लिए उद्योगों से करार की मांग की गई।

हिन्दुस्थान समाचार / डॉ. नवीन चन्द्र जोशी

   

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