बांग्लादेश में स्थिति सामान्य होने तक इस्कॉन कोलकाता में जारी रहेंगी प्रार्थनाएं

कोलकाता, 03 जनवरी (हि. स.)। इस्कॉन कोलकाता ने घोषणा की है कि बांग्लादेश में धार्मिक अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और शांति के लिए की जा रही उनकी दैनिक प्रार्थनाएं तब तक जारी रहेंगी जब तक वहां स्थिति सामान्य नहीं हो जाती। पिछले एक महीने से कोलकाता के अल्बर्ट रोड स्थित इस्कॉन मंदिर में ये प्रार्थनाएं आयोजित की जा रही हैं, जिनका उद्देश्य पड़ोसी देश में शांति और स्थिरता स्थापित करना है।

इस्कॉन कोलकाता के प्रवक्ता राधारमण दास ने कहा कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की स्थिति को लेकर भक्तगण बेहद चिंतित हैं। जब तक वहां स्थिति सामान्य नहीं हो जाती और न्याय की स्थापना नहीं होती, हमारी प्रार्थनाएं जारी रहेंगी। उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि बांग्लादेश के उच्च न्यायालय में चिन्मय कृष्ण दास को न्याय मिलेगा।

चिन्मय कृष्ण दास, जो इस्कॉन के पूर्व नेता रह चुके हैं, को 25 नवंबर को ढाका के हजरत शाहजलाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया गया था। उन पर देशद्रोह का आरोप लगाया गया है और हाल ही में चटगांव की एक अदालत ने उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी, जिससे इस्कॉन के अनुयायियों में चिंता बढ़ गई है। भक्तों को उम्मीद है कि बांग्लादेश की न्यायिक प्रक्रिया निष्पक्ष रहेगी।

बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन के बाद धार्मिक हिंसा की घटनाएं बढ़ी हैं। रिपोर्टों के अनुसार, अगस्त में शेख हसीना के देश छोड़ने और मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार बनने के बाद से हिंदू समुदाय के खिलाफ हमले बढ़े हैं। मंदिरों और धार्मिक स्थलों को निशाना बनाए जाने की खबरें भी सामने आई हैं, जिससे अल्पसंख्यकों का भविष्य अनिश्चित हो गया है।

इस संकट के बीच, इस्कॉन कोलकाता अपने संकल्प पर अडिग है। उनका मानना है कि ईश्वरीय कृपा और अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान इस मुद्दे पर केंद्रित होने से बांग्लादेश में हालात सुधर सकते हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर

   

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