भाजपा नेताओं के गले में प्ले कार्ड, पूजा पंडाल में घूमते हुए मांगा ममता बनर्जी का इस्तीफा

कोलकाता, 09 अक्टूबर (हि.स.)।पश्चिम बंगाल में चल रहे राजनीतिक तनाव और विरोध के बीच, दुर्गापुर और बांकुड़ा में भाजपा के शीर्ष नेताओं ने राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। राज्य में डॉक्टरों के आंदोलन और बढ़ती आपराधिक घटनाओं पर राज्य की ममता बनर्जी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए, भाजपा के नेताओं ने कहा कि जनता सरकार के अत्याचारों के खिलाफ खड़ी हो चुकी है, और जल्द ही मुख्यमंत्री को पद छोड़ना पड़ेगा।

दुर्गापुर में एक दुर्गा पूजा समारोह के उद्घाटन के दौरान, भाजपा के राज्य अध्यक्ष और केंद्रीय शिक्षा मंत्री (राज्य) डॉ. सुकांत मजूमदार ने पुलिस और सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य में कोई भी लोकतांत्रिक आंदोलन पुलिस की दमनकारी रणनीति से बच नहीं पाता है। राज्य सरकार के इशारे पर पुलिस बल दमन के लिए हर वक्त तैयार रहती है और अवसर मिलते ही अपनी ताकत का इस्तेमाल करती है। लेकिन इस बार जनता डॉक्टरों के आंदोलन का समर्थन कर रही है, और मुख्यमंत्री को अंततः इस्तीफा देना ही पड़ेगा।

डॉ. मजूमदार ने कुलतली की हालिया घटना का भी जिक्र किया, जहां महिलाओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठाए गए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कुलतली में महिलाओं का सम्मान नहीं है, और छोटे बच्चे भी महिलाओं पर आपत्तिजनक टिप्पणियां करते हैं। पुलिस थाने में शराब और महिलाओं के साथ मौजमस्ती होती है, और जब शिकायत की जाती है, तो पुलिस सिर्फ खानापूर्ति करती है। ऐसी घटनाएं तो बांग्लादेश में होती हैं, लेकिन अब यह पश्चिम बंगाल में हो रही हैं। इसी कारण वहां के लोग पुलिस पर हमला करने के लिए मजबूर हो गए।

इसके अलावा, आर.जी. कर अस्पताल के डॉक्टरों के आंदोलन के संदर्भ में उन्होंने पुलिस पर भी हमला बोला और कहा कि पुलिस ने जानबूझकर डॉक्टरों की रैली को अवरुद्ध करने की कोशिश की। लेकिन जनता डॉक्टरों के साथ खड़ी है और उनके आंदोलन को दबाया नहीं जा सकेगा। उन्होंने यह भी कहा कि सीबीआई की चार्जशीट तो सिर्फ शुरुआत है, आगे और खुलासे होंगे, और राज्य सरकार द्वारा सबूतों को मिटाने का काम किया गया है।

इस बीच, बांकुड़ा में भाजपा के पूर्व केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष सरकार ने महाषष्ठी के दिन एक अनोखे तरीके से अपना विरोध जताया। वे अपने समर्थकों के साथ गले में उत्सव में भी, विरोध में भी लिखे प्लेकार्ड के साथ पूजा पंडालों में घूमे। उनका यह विरोध आरजी कर अस्पताल के डॉक्टर की हत्या और कुलतली की घटनाओं के खिलाफ था। उन्होंने कहा, इस बार की दुर्गा पूजा विशेष है, क्योंकि बंगाल में त्योहार के समय भी डॉक्टरों की हत्या और महिलाओं पर अत्याचार का विरोध जारी है। जब तक मुख्यमंत्री इस्तीफा नहीं देंगी, यह विरोध चलता रहेगा।

राज्य में हो रही आपराधिक घटनाओं और बेरोजगारी पर बोलते हुए, डॉ. मजूमदार ने कहा, इस राज्य में किसी पढ़े-लिखे व्यक्ति को नौकरी नहीं मिलेगी। अगर कोई जहरीली शराब पीकर मरता है या अवैध पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट से मारा जाता है, तो उसे नौकरी मिल जाएगी।

हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर

   

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