जयपुर केंद्रीय कारागार में औचक निरीक्षण में मिला डोंगल

जयपुर, 18 नवंबर (हि.स.)। घाटगेट स्थित जयपुर केंद्रीय कारागार में बंदियों के पास से मोबाइल मिलने का मामला अब पुराना हो गया और जेब की सलाखों के पीछे बैठे कुख्यात बदमाश अब जेल परिसर से इंटरनेट का इस्तेमाल भी करने लगे है। जेल की सलाखों के पीछे से बंदी इंटरनेट का इस्तेमाल कर क्या करना चाह रहे है इसकी जांच लाल कोठी थाना पुलिस करने में जुटी है।

थानाधिकारी प्रकाश विश्नोई ने बताया कि जेल प्रहरी राजेश तंवर ने मामला दर्ज कराया है कि सोमवार को जेल प्रशासन की ओर से जेल परिसर में सर्च ऑपरेशन चलाया गया। सर्च के दौरान जेल के बिजली कोठड़ी के स्टोर रुम की तलाशी के दौरान उसमें छिपा रखा डोंगल बरामद हुआ। संभावना जताई जा रही है कि अज्ञात बंदी ने जेल परिसर में इंटरनेट का उपयोग करने के बाद इसे बिजली कोठड़ी में छिपा कर रख दिया। बंदियों से पूछताछ के बाद जेल प्रहरी ने मामले की जानकारी जेल अधिकारियों को दी। जिसके बाद राजेश तंवर ने लालकोठी थाने पहुंच अज्ञात बंदी के खिलाफ जेल परिसर में डोंगल के माध्यम से जेल में इंटरनेट का इस्तेमाल करने का मामला दर्ज कराया। पुलिस ने शिकायत पर अज्ञात बंदी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी है।

गौरतलब है कि सेंट्रल जेल में इस साल अगस्त से नवम्बर के बीच मोबाइल मिलने के सैकडों से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। इन सभी मामलों में थाने में मुकदमा दर्ज करवाया गया है। इस तरह की घटनाओं में लगातार बढ़ोतरी के बाद पिछले दिनों गांधीनगर एसीपी की अगुवाई में एक एसआईटी का भी गठन किया गया था। फिलहाल, जेल में मोबाइल और सिम पहुंचाने वाले नेटवर्क के बारे में कोई ठोस सुराग नहीं मिल पाया है।

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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश

   

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