जिला अस्पताल पर हर दिन औसतन 1300 सौ मरीज ले रहे हैं चिकित्सीय परामर्श
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- Mar 06, 2025

मुरादाबाद, 06 मार्च (हि.स.)। पंडित दीन दयाल उपाध्याय संयुक्त जिला चिकित्सालय (जिला अस्पताल) में जिला अस्पताल पर हर दिन दबाव बढ़ता जा रहा है। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर स्वास्थ्य केंद्रों पर डॉक्टरों की कमी के कारण मरीज सीधे जिला अस्पताल आते हैं व पर्चा बनवाने और चिकित्सक को दिखाने के लिए घंटों लाइन में लगते है।
जिला अस्पताल में आने वाले सबसे ज्यादा करीब 400 मरीज जनरल मेडिसिन विभाग के होते हैं। इन्हें खांसी, बुखार, संक्रमण, पेट में दर्द, डायरिया आदि दिक्कतें होती हैं। इसके बाद सर्जरी व नेत्र रोग विभाग के लगभग 200-200 मरीज हैं। जबकि चौथे नंबर पर ऐसे मरीज हैं जो कुत्तों के हमले के कारण एआरवी लगवाने पहुंचते हैं। ऐसे मरीजों की संख्या औसतन 120 होती है। इसके अलावा ईएनटी, चेस्ट, ऑर्थाे, डेंटल व मानसिक रोग विभाग के मरीज आते हैं। जिला अस्पताल में कुल ओपीडी का आंकड़ा प्रतिदिन औसतन 1300 से अधिक रहता है। जबकि इसके विपरीत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में पैनल के अनुसार डाक्टर ही नहीं है। किसरौल स्थित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में दिसंबर से डॉक्टर तैनात नहीं हैं। पांच सेंटरों के डॉक्टर तैनाती के दो माह बाद ही इस्तीफा दे गए। शनिवार को इन केंद्रों पर स्वास्थ्य मेले का आयोजन होता है। ऐसे में पीएचसी के प्रभारी डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई जाती है। बीते शनिवार को कानून गोयाल, किसरौल समेत कई केंद्रों पर स्वास्थ्य मेले में भी डॉक्टर मौजूद नहीं थे।
वहीं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि हाल ही में कुछ एमबीबीएस डॉक्टरों की तैनाती हुई है। 40 में से 35 सेंटरों पर डॉक्टर तैनात हैं, सिर्फ पांच सेंटरों पर तैनाती बाकी है, जोकि जल्द पूरी होगी। यहां हर दिन 50 रोगियों की ओपीडी भी नहीं हो पातीं। लोगों को सामान्य बुखार, खांसी व वायरल की दवा लेने के लिए भी जिला अस्पताल आना पड़ रहा है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. कुलदीप सिंह ने गुरुवार को बताया कि हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों पर डॉक्टरों की तैनाती लगातार की जा रही है। पीएचसी व सीएचसी प्रभारी भी लगातार इन सेंटरों का दौरा करते हैं। ओपीडी बढ़ाने व डॉक्टरों को नियमित बैठने के निर्देश दिए गए हैं।
बीते सात दिन में जिला अस्पताल की ओपीडी का हालजिला अस्पताल की ओपीडी में 26 फरवरी को 1449 मरीज, 27 फरवरी को 450 (हाफ डे), 28 फरव1री 1395, 1 मार्च 1372, 3 मार्च 1224, 4 मार्च -1385 व 5 मार्च को 1270 मरीज पहुंचे।
हिन्दुस्थान समाचार / निमित कुमार जायसवाल