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चित्रकूट,08 फरवरी (हि.स.)। जिला कारागार में बंद सजायफ्ता बंदी ने मानसिक अवसाद से ग्रस्त होने के कारण फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पोस्टमार्टम के बाद मृतक का शव परिजनों को सौंप दिया गया।
मानिकपुर तहसील क्षेत्र के केकरा मार चुरेहकेशरुवा गांव का निवासी अरविंद कुमार (26) पुत्र कामता प्रसाद न्यायालय द्वारा अपहरण के मामले में पांच वर्ष के कारावास की सजा सुनाए जाने के बाद से चित्रकूट जिला कारागार में बंद था। शुक्रवार को बंदी ने जेल के अंदर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जिसकी सूचना मिलने पर जेल के अंदर हड़कंप मच गया। जिसके बाद कारागार के अधिकारियों द्वारा परिजनों को सूचना दी गई। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद मृतक का शव परिजनों को सौंप दिया। इस सम्बन्ध में जिला कारागार अधीक्षक शशांक पाण्डेय ने शनिवार काे बताया कि न्यायालय से सजा सुनाए जाने के बाद दोष सिद्ध बंदी अरविंद कुमार बीती 20 जनवरी को जिला कारागार आया था। यहां आने के बाद वह मानसिक अवसाद में रहने के कारण गुमसुम रहता था। उसे कांउसलिंग के जरिए समझाया भी जाता था। परिजन भी उससे सम्पर्क नहीं करते थे। उन्होंने कहा कि जेल आने के बाद से वह हीन भावना से ग्रस्त हो गया था। शायद इसके चलते उसने आत्महत्या की होगी।
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हिन्दुस्थान समाचार / रतन पटेल