स्वच्छ भारत मिशन की बैठक में वाइस चेयरमैन करते रहे इंतजार न टास्क फोर्स के सदस्य पहुंचे और न जनप्रतिनिधि
- Admin Admin
- Jan 16, 2025
अधिकारियों ने बनाए बहाने तो लगाई फटकार
बोले: सीएम अगस्त में उद्घाटन कर चुके हैं और प्रोजेक्ट चालू नहीं, यह चिंता का विशेष
बैठक में नहीं पहुंचे जिला टास्क फोर्स कमेटी के सदस्य
कैथल, 16 जनवरी (हि.स.)। स्वच्छ भारत मिशन हरियाणा के वाइस चेयरमैन सुभाष चंद्र ने गुरुवार काे नगर परषिद कैथल में जिला स्तरीय स्वच्छता अभियान को लेकर अधिकारियों, कर्मचारियों व जिला टास्क फार्स कमेटी की बैठक ली। उन्होंने जिले भर में स्वच्छता को लेकर चलाई जा रही योजनाओं की फीड़बैक लिया। ग्रामीण व शहरी क्षेत्र की सफाई को लेकर न केवल अधिकारियों से जानकारी ली बल्कि कैथल जिले को स्वच्छ बनाने के लिए दिशा निर्देश भी दिए। जिले में ठप पड़े सार्वजनिक शौचालयों को लेकर वाइस चेयरमैन सुभाष चंद ने नारागी जाहिर की। इसके बाद उन्होंने जिला स्तरीय टास्क फोर्स कमेटी के सदस्यों का बैठक ना पहुंचने पर भी नाराजगी जाहिर की।
उन्होंने अधिकारियों से इस बारे में सवाल जबाव किया।
उन्होंने कहा कि बैठक में विधायक व जिलाध्यक्ष का पहुंचना भी जरूरी है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि पहले उन्हें टास्क फोर्स कमेटी की लिस्ट उपलब्ध करवाई जाए। इस पर उन्होंने बारी बारी से अधिकारियों से पूछा कि कमेटी के सदस्य बैठक में क्यों नहीं है। जब तक इस बैठक में कर्मचारी व अधिकारियों के साथ साथ सामाजिक संगठन, व्यापारी संगठन, शैक्षणिक संगठनों के सदस्य नहीं होंगे तब तक जिला स्वच्छ नहीं हो सकता है। क्योंकि स्वच्छता में सभी की सहभागिता जरूरी है। उन्होंने कहा कि हमें जिले को स्वच्छ बनाना है फॉर्मेलिटी नहीं करनी है। उन्होंने डीएमसी से कहा कि क्या आपने चिट्ठी को फॉलो किया है।
उन्होंने जिला स्तरीय टास्क फोर्स कमेटी के सदस्यों के बारे में पूछा तो अधिकारियाें ने बताया कि सभी के व्यस्त हाेने की बात कही। ओपी मुटरेजा किसी के संस्कार पर गए थे।वीके सिंह व अजय शहर से बाहर हैं। राजेश ने आने से मना कर दिया। पंकज ने फोन नहीं उठाया। टास्क फोर्स कमेटी के सिर्फ एक सदस्य शक्ति सौदा जिला स्तरीय स्वच्छता अभियान की बैठक में पहुुंचे।
इसके बाद वाइस चेयरमैन सुभाष चंद ने अधिकारियों ने पूछा कि आपके यहां स्वच्छता अभियान के ब्रांड एंबेसडर कौन हैं। स्वच्छता अभियान के आईसीई एक्सपर्ट कौन हैं तो अधिकारी बगले झांकने लगे। कुछ को कुछ मालूम नहीं था। नगर परिषद के ईओ ने हौंसला किया और बोले हमारे यहां अभी तक कोई ब्रांड एंबेसडर और ना ही स्वच्छता अभियान के आईसीई एक्सपर्ट हैं। थोड़ी देर बाद बैठक में आईसीई एक्सपर्ट खड़ी हो गई और बोली मैं हूं। इस पर सभी ने ठहाके लगाए और बैठक ले रहे वाइस चेयरमैन ने कहा कि कम से कम इतनी जानकारी तो रखा करो। उन्होंने माघोमाजरी में गौसंवर्धन प्रोजेक्ट व प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट के बारे में भी फीड़बैक लिया तो उन्होंने ठप पड़े गौसंवर्धन प्रोजेक्ट पर अधिकारियों को फटकार लगाई।
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हिन्दुस्थान समाचार / नरेश कुमार भारद्वाज