काकू की सेहत जानने के लिए सीबीआई ने मेडिकल बोर्ड बनाने की मांग की

कोलकाता, 10 दिसंबर (हि.स.) ।नियुक्ति घोटाले में आरोपित और ‘कालीघाट के काकू’ के नाम से पहचाने जाने वाले सुजयकृष्ण भद्र अब भी कथित तौर पर बीमार हैं। राज्य सरकार की ओर से दावा किया जा रहा है कि उनकी तबीयत इतनी खराब है कि उन्हें वर्चुअल माध्यम से भी अदालत में पेश नहीं किया जा सका। इस स्थिति को देखते हुए केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने अदालत से उनकी स्वास्थ्य जांच के लिए मेडिकल बोर्ड गठित करने की मांग की है।

मंगलवार को सीबीआई ने अदालत में याचिका दायर कर कहा कि जेल अधीक्षक से सुजयकृष्ण की मेडिकल रिपोर्ट मंगवाई जाए। साथ ही, उनकी स्वास्थ्य जांच के लिए एक मेडिकल बोर्ड गठित किया जाए। सीबीआई ने यह भी मांग की है कि जरूरत पड़ने पर सुजयकृष्ण को जेल के बाहर किसी अस्पताल में जांच के लिए ले जाया जाए।

सुजयकृष्ण भद्र को मंगलवार को वर्चुअल माध्यम से अदालत में पेश किया जाना था। हालांकि, जेल प्रशासन ने अदालत को सूचित किया कि उनकी सेहत ऐसी नहीं है कि उन्हें वर्चुअल माध्यम से पेश किया जा सके। इसके बाद सीबीआई ने 17 दिसंबर को उन्हें सशरीर अदालत में पेश करने के लिए प्रोडक्शन वारंट जारी करने की मांग की है।

सोमवार को भी सुजयकृष्ण को अदालत में पेश किया जाना था, लेकिन तब भी जेल प्रशासन ने उन्हें बीमार बताते हुए पेश नहीं किया। हाई कोर्ट ने इस स्थिति पर सवाल उठाते हुए कहा था कि अगर सुजयकृष्ण को गिरफ्तार करना जरूरी है, तो सीबीआई उन्हें जेल में जाकर गिरफ्तार कर सकती है।

पिछले दिनों हाई कोर्ट ने आदेश दिया था कि अगर सुजयकृष्ण सशरीर अदालत में पेश नहीं हो सकते, तो उन्हें वर्चुअल माध्यम से पेश किया जाए। इसके बावजूद, मंगलवार को वर्चुअल पेशी भी नहीं हो सकी।

नियुक्ति घोटाले के मामले में सुजयकृष्ण को पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार किया था। हाई कोर्ट ने उन्हें इस मामले में जमानत दे दी थी, लेकिन सीबीआई ने उन्हें दूसरे मामले में गिरफ्तार करने के लिए याचिका दायर की थी। अदालत ने कहा था कि उन्हें तब तक गिरफ्तार नहीं किया जा सकता जब तक वह अदालत में सशरीर पेश नहीं होते।

अब अदालत ने सीबीआई से पूछा है कि सुजयकृष्ण को गिरफ्तार करना क्यों जरूरी है। इस मामले की अगली सुनवाई सोमवार को होगी।

हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर

   

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