एचपीटीडीसी चेयरमैन के पद से इस्तीफा दें बाली : विपिन परमार

धर्मशाला, 24 नवंबर (हि.स.)।

पर्यटन राज्य हिमाचल प्रदेश को सुक्खू सरकार की काली नज़र लग गई है। सुलह से भाजपा विधायक एवं पूर्व विधान सभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने रविवार को जारी एक प्रेस बयान में कहा कि कांग्रेस सरकार हिमाचली हितों को निजी हाथों में सौंपकर जनता को गुमराह करने का काम कर रही है, जिसका अब न्यायपालिका के सार्वजनिक मंच पर खुलासा हो गया है। पूर्व विस अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश की पर्यटन स्थिति खराब करने के लिए एचपीटीडीसी के चेयरमैन केबिनेट रैंक आरएस बाली को पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। एचपीटीडीसी संघ ने प्रदेश की राजधानी शिमला में बाली पर गंभीर आरोप लगाते हुए पद से हटाए जाने की जोर-शोर से मांग की है। ऐसे में अब सरकार को इस विषय में अपनी स्थिति स्पष्ट करनी होगी, जिसमें पर्यटन निगम के चैयरमेन पर लगे गंभीर आरोपों की सरकार को जांच करवानी होगी।

विपिन सिंह परमार ने कहा कि पर्यटन निगम कर्मचारी संघ ने सीधे शब्दों में स्पष्ट कर दिया है कि निजी हाथों में सौंपने व हड़पने को लेकर साजिश के तहत ही गलत आंकड़ा हाई कोर्ट के समक्ष रखा गया है। ऐसे में सरकार को न्यायपालिका सहित प्रदेश की जनता से माफी भी मांगनी चाहिए। परमार ने होटलों के बंद होने के लिए सीधे-सीधे कांग्रेस की प्रदेश सरकार की नाकामी बताया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की आर्थिक स्थिति को गर्त में पहुंचाने के बाद अब दो सालों का जश्न मनाने की भी तैयारी की जा रही है, जोकि सरासर राज्य की जनता के साथ अन्याय है।

भाजपा नेता विपिन परमार ने सुक्खू सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि आज दो सालों में प्रदेश की वो हालत हो चुकी है, जिसकी कल्पना भी किसी ने नहीं की थी। सुक्खू सरकार ने जानबूजकर कोर्ट में राज्य पर्यटन विकास निगम के होटलों को घाटे में दिखाया, जिसके कारण आज 18 होटलों पर ताला लगने जा रहा है। इन सभी होटलों को निजी हाथों में सौंपने की सुक्खू सरकार ने एक घटिया चाल चली है। जिन होटलों को बंद करने के आदेश हुए हैं, उनमें कार्यरत कर्मचारियों तथा उनके परिवार की नीदें उड़ी हुई है। अब उनकी ओर से लगाए गए गंभीर आरोपों पर सरकार उचित कदम नहीं उठाती है, तो भाजपा सड़कों पर उतरकर सरकार के खिलाफ उग्र आंदोलन करेगी।

हिन्दुस्थान समाचार / सतिंदर धलारिया

   

सम्बंधित खबर