आपदा प्रबंधन में बेहतर प्रशिक्षण के लिए कांगड़ा जिला राज्य भर में अव्वल

धर्मशाला, 21 नवंबर (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा जिला कांगड़ा को स्वयंसेवियों के लिए प्रशिक्षण योजना लागू करने के लिए राज्य में प्रथम पुरस्कार दिया गया है। जिला कांगड़ा में 9500 से अधिक स्वयंसेवियों को आपदा प्रबंधन की दृष्टि से प्रशिक्षित किया गया है।

उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि कांगड़ा जिला में आपदा प्रबंधन को लेकर प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है तथा जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की टीम बेहतरीन तरीके से कार्य कर रही है जिसके चलते ही राज्य स्तर पर कांगड़ा जिला के प्रयासों को सराहना मिली है।

उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि स्थानीय स्तर पर आपदा प्रबन्धन हेतु पूर्व तैयारी व आपदाओं के जोखिम को कम करने के लिए ग्राम स्तर पर कमेटियों का गठन भी किया गया है। उन्होंने बताया कि आपदा प्रबंधन से निपटने के लिए पंचायती राज संस्थाओं, समुदाय आधारित संगठनों व ग्रामीण समुदाय को नियमित तौर पर प्रशिक्षित किया जा रहा है ताकि आपदा के दौरान राहत तथा पुनर्वास के लिए कारगर कदम उठाए जा सकें।

उन्होंने बताया कि आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 और आपदा प्रबंधन पर राज्य नीति 2011 के अनुसार ग्राम स्तरीय आपदा प्रबंधन कमेटियां बनाना अनिवार्य है। इसी कड़ी में प्रत्येक ग्राम पंचायत में आपदा मित्र तैयार किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि हिमाचल प्रदेश के हिमालयी क्षेत्र में निकट भविष्य मेें बड़े भूकंप आने की संभावना है, जो कि बड़े विनाश का कारण बन सकता है भूंकप की दृष्टि से कांगड़ा जिला भी अतिसंवेदनशील है।

हिन्दुस्थान समाचार / सतिंदर धलारिया

   

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