प्रदेश सरकार का शिक्षा क्षेत्र में विस्तार से ज्यादा गुणवत्ता पर जोर : चंद्र कुमार
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- Nov 18, 2024
धर्मशाला, 18 नवंबर (हि.स.)। कृषि व पशुपालन मंत्री प्रो. चंद्र कुमार ने कहा कि प्रदेश सरकार का शिक्षा क्षेत्र में विस्तार से ज्यादा गुणवत्ता पर जोर है। प्रदेश सरकार शैक्षणिक संस्थानों के आधारभूत ढांचे को मजबूत कर शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार पर विशेष ध्यान केंद्रित कर रही है। यह विचार उन्होंने आज सोमवार को ज्वाली विधानसभा क्षेत्र के तहत चलवाड़ा गांव में तृप्ता पब्लिक स्कूल के वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करते हुए व्यक्त किये।
कृषि मंत्री ने कहा कि सरकारी स्कूलों के साथ-साथ निजी स्कूलों द्वारा भी शिक्षा विस्तार में अहम भूमिका निभाई जा रही है। उन्होंने कहा कि शिक्षा के प्रसार के लिए सभी सरकारों ने काम किया है लेकिन अब शिक्षा की बेहतर गुणवत्ता को सुनिश्चित बनाना जरूरी है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने राज्य के सरकारी स्कूलों में पहली कक्षा से अंग्रेजी माध्यम शुरू किया है ताकि बच्चे भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार हो सकें। इसके साथ प्रदेश में 850 शिक्षण संस्थानों को उत्कृष्ट शिक्षण संस्थानों में विकसित किया जा रहा है। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल भी खोले जा रहे हैं ताकि बच्चों को गुणात्मक शिक्षा मिल सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार शिक्षकों की कमी को पूरा करने के लिए 6000 शिक्षकों की नियुक्ति कर रही है जिनमें से बैच आधार पर 3,000 शिक्षकों की नियुक्ति की जा चुकी है और अन्य 3,000 नियुक्तियों की प्रक्रिया चल रही हैं।
कृषि मंत्री ने कहा कि बच्चों के भविष्य को संवारने में शिक्षक तथा अभिभावकों की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। उन्होंने शिक्षकों तथा अभिभावकों से बच्चों को नशे से दूर बनाए रखने के लिए भी सकारात्मक कदम उठाने का आग्रह किया। उन्होंने बच्चों से नशे से दूर रहने और पढ़ाई-लिखाई के साथ-साथ खेलकूद,सांस्कृतिक तथा अन्य सामाजिक गतिविधियों में भाग लेने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार लोगों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए कार्यरत है।उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने अपनी पांच गारंटियां पूरी करने के अलावा कई महत्वपूर्ण योजनाएं तथा कार्यक्रम शुरू किए हैं जिनका लाभ पात्र लोगों तक पहुँचाया जा रहा है।
इस मौके पर कृषि मंत्री ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले बच्चों के लिए अपनी ऐच्छिक निधि से 21 हज़ार रुपये देने की घोषणा की।
हिन्दुस्थान समाचार / सतिंदर धलारिया