कारगलि शौर्य दिवस पर शहीदों की कुर्बानी को याद किया

Kargil vijai divas per shraddhanjali

हरदोई, 26 जुलाई (हि.स.)। सरस्वती शिशु मंदिर व विद्या मंदिर में संयुक्त रूप से कारगलि शौर्य दिवस पर शहीदों की कुर्बानी को याद किया गया। इस अवसर पर उप निरीक्षक मीनाक्षी ने बताया कि भारतीय सेना के जवानों ने अपनी जान की परवाह किए बिना भूखे प्यासे रहकर कारगिल की सबसे ऊंची चोटी टाइगर हिल पर तिरंगा फहराया था। उपस्थित छात्र-छात्राओं को बताया कि कारगिल की सबसे ऊंची चोटी टाइगर हिल को जीतने का टास्क 18 ग्रेनेडियर को दिया गया था। और छह सिख रेजीमेंट को सपोर्टिंग रखा गया था।

उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी सेना ने ऊंचाई पर कई बंकर बना रखे थे जिससे वह भारतीय सेना और नेशनल हाईवे एक पर लगातार हमला कर रहे थे। चोटी को जीतने के लिए 18 ग्रेनेडियर टाइगर हिल पर दो तरफ से हमला किया। टाइगर हिल चोटी को जीतने के लिए भारतीय जवानों ने साहस का परिचय देते हुए 26 जुलाई 1999 को टाइगर हिल पर तिरंगा फहराया। उन्होंने बताया कि 26 जुलाई 1999 को कारगिल युद्ध जीतने के बाद उसी दिन से भारतीय सेना इसे विजय दिवस के रूप में मनाती है।

इस दौरान उपस्थित छात्राओं को मीनाक्षी ने जागरुक करते हुए महिला सशक्तिकरण पर कहा कि मिशन शक्ति के तहत महिला सुरक्षा व सशक्तिकर इसका उद्देश्य महिलाओं व लड़कियों को जागरूक कर उन्हें निडर बनाना है। साथ ही महिलाओं के प्रति हिसा करने वाले लोगों की पहचान उजागर करना है। छात्राओं को वूमेन पावर लाइन 1090, यूपी आपातकालीन सेवा 112, एंबुलेंस सेवा 108, महिला हेल्पलाइन 181, चाइल्ड हेल्पलाइन 1098, फायर ब्रिगेड 101, साइबर हेल्पलाइन 1930, मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1076 व थानों के प्रभारी निरीक्षकों के सीयूजी नंबरों के बारे में जानकारी दी गई।

सरस्वती शिशु मंदिर प्रधानाचार्य बिंदु सिंह व प्रधानाचार्य विद्या मंदिर अवनीश सिंह ने ध्वजारोहण किया। कार्यक्रम की अतिथि पिहानी कोतवाली में तैनात उप निरीक्षक मीनाक्षी ने शौर्य दीवार पर वीर शहीदों की प्रतिमाओं पर श्रद्धासुमन अर्पित किए गए। कार्यक्रम का संचालन सरस्वती शिशु मंदिर के वरिष्ठ आचार्य व कार्यालय प्रभारी समीर वाजपेई ने किया। विद्यालय के आचार्या सुषमा, प्रभा व अखिलेश ने कार्यक्रम की व्यवस्थाएं देखी।

हिन्दुस्थान समाचार / अंबरीश कुमार सक्सेना / शरद चंद्र बाजपेयी / मोहित वर्मा

   

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