सदैव दलित, शोषित और वंचित वर्ग के लिए प्रयत्नशील रहे कर्पूरी ठाकुर: चक्रपाणि
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- Feb 17, 2025
भागलपुर, 17 फ़रवरी (हि.स.)। जननायक कर्पूरी ठाकुर की 37वीं पुण्यतिथि समारोह सोमवार को बिहार राज्य बाल श्रमिक आयोग के पूर्व अध्यक्ष डॉ चक्रपाणि हिमांशु के आवासीय कार्यालय श्रीरामपुर अकबरनगर भागलपुर में मनाया गया।
इस दौरान जननायक की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उनके विचारों पर चलने का संकल्प लिया गया। इस मौके पर बिहार राज्य बाल श्रमिक आयोग पूर्व अध्यक्ष डॉक्टर चक्रपाणि हिमांशु ने कहा कि जननायक कर्पूरी ठाकुर सदैव दलित, शोषित और वंचित वर्ग के लिए प्रयत्नशील रहे। वो सरल और सरस हृदय के राजनेता थे। उनका सादा जीवन, सरल स्वभाव, स्पष्ट विचार और अदम्य इच्छा शक्ति ही लोगों को प्रभावित कर लेती थी। लोग उनके विराट व्यक्तित्व के प्रति आकर्षित हो जाते थे। बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में उसे प्रगति पथ पर लाने और विकास को गति देने में अपूर्व योगदान को सदा स्मरण किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि कर्पूरी ठाकुर दूरदर्शी होने के साथ-साथ एक ओजस्वी वक्ता थे। देशवासियों को सदैव अपने अधिकारों को जानने के लिए जागते रहते थे। अपने जीवन काल में सदा गरीबों के अधिकार के लिए लड़ते रहते थे। बिहार में पिछड़े वर्ग के लोगों को सरकारी नौकरी में आरक्षण की व्यवस्था 1977 में की। उन्होंने मैट्रिक की परीक्षा में अंग्रेजी विषय में पास करने की अनिवार्यता खत्म कर दी थी। उन्होंने शिक्षा अपने मुख्यमंत्री काल में आम लोगों तक पहुंचाया। राज्य के सभी विभागों में हिंदी में काम करने को अनिवार्य बना दिया। कार्यक्रम में गौतम बनर्जी, प्रीतम कुमार, राकेश कुमार, अंकित कुमार, बृजेश कुमार, हर्ष कुमार, मोनू कुमार, मोहम्मद फिरोज अंसारी, राजेंद्र दास, प्रभाकर तांती आदि उपस्थित थे।
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हिन्दुस्थान समाचार / बिजय शंकर



