कार्तिक पंचतीर्थ महास्नान 12 को देवउठनी एकादशी से होंगे प्रारंभ 

अजमेर,11 नवम्बर(हि.स)। धार्मिक नगरी तीर्थराज पुष्कर में कार्तिक शुक्ल एकादशी यानी 12 नवम्बर से पंच तीर्थ महास्नान की शुरुआत हो जाएगी ,18 नवम्बर कार्तिक पूर्णिमा के दिन तक कार्तिक स्नान होंगे। कार्तिक एकादशी से पूर्णिमा तक चलने वाले पांच दिनों के इन विशेष स्नानों का पुण्य फल प्राप्त करने के लिए देश के कोने-कोने से हजारों की तादाद में श्रद्धालु महिला-पुरुष पुष्कर पहुंच रहे हैं। धार्मिक मान्यता है की इन पांच दिनों के दौरान स्वयं जगत पिता ब्रह्मा जी ने अपनी पत्नी गायत्री माता के साथ सरोवर के जल में बैठकर यज्ञ किया था संपूर्ण सृष्टि का निर्माण करने के बाद उसकी उन्नति और उत्थान के लिए किए गए इस यज्ञ में सभी 33 करोड़ देवी देवताओं ने हिस्सा लिया था। ऐसा माना जाता है कि पंच तीर्थ स्नान के दौरान आज भी पवित्र सरोवर के जल में 33 करोड़ देवी देवताओं का निवास रहता है जो भी श्रद्धालु इस दौरान पवित्र सरोवर के जल में स्नान कर वैदिक विधि विधान से पूजा अर्चना करता है तो उसके न सिर्फ सभी पाप कर्म तत्क्षण दूर हो जाते हैं बल्कि उसे सभी 33 करोड़ देवी देवताओं का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है। यही वजह है कि देवउठनी एकादशी से पूर्णिमा तक लाखों की संख्या में श्रद्धालु पुष्कर सरोवर के जल में स्नान कर पूजा अर्चना करने यहां पहुंचते हैं।

कबड्डी प्रतियोगिता में देसी खिलाड़ियों ने मारी बाजी विदेशी खिलाड़ी ने जीता दिल

अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पुष्कर मेले में सोमवार को मेला मैदान में देसी व विदेशी खिलाड़ियों के बीच में कबड्डी प्रतियोगिता आयोजित की गई जिसमें जहां देसी खिलाड़ियों ने इस कांटेदार मुकाबले में बाजी तो मार ली लेकिन विदेशी खिलाड़ियों ने शानदार खेल का प्रदर्शन कर सभी का दिल जीत लिया। विदेशी खिलाड़ियों ने देशी खिलाड़ियों का पसीने छुड़ा दिए और इस कांटेदार मुकाबले को देखने के लिए काफी संख्या में लोग मौजूद थे और दोनों ही टीमों के लोग तालिया बजाकर हौसला अफजाई कर रहे थे। हालांकि शुरू में विदेशी खिलाड़ियों को नियमों के अभाव में दिक्कतों का सामना करना पड़ा लेकिन बाद में जैसे ही धीरे धीरे उनको कबड्डी के नियमों की जानकारी हो गई तो उन्होंने शानदार कबड्डी खेल दिखाया और खूब तालियां बटोरी लेकिन तब तक समय पूरा होने के चलते देसी खिलाड़ियों ने यह मुकाबला 42 -29 से 13 प्वाइंट से जीत लिया। मैच खत्म होने के बाद विदेशी खिलाड़ियों ने देसी खिलाड़ियों के हाथ मिलाकर गले मिलकर उनको जीत की बधाई वह शुभकामनाये दी सभी विजेता और उप विजेता खिलाड़ीयो को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।

हॉर्स ने ढोल थाप पर किया खूब नृत्य

अंतर्राष्ट्रीय पुष्कर मेले में सोमवार को मेला मैदान में हॉर्स नृत्य प्रतियोगिता आयोजित की गई। इस अवसर पर राजस्थान के विभिन्न कोने से आए हॉर्स ने ढोल की थाप पर अपने मालिक के इशारे पर जमकर नृत्य करके वहा मौजूद सभी देशी विदेशी पर्यटक मेलार्थियों को आश्चर्यचकित कर दिया और तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया कई हॉर्स के नाम राजा राधा कमला था तो कई हॉर्स के नाम कालू मोहन श्यामू नाम से पुकारे गए और सभी ने एक से बढ़कर एक नृत्य करके मेला को तालिया से गूंजने पर मजबूर कर दिया इस अवसर पर जहा राधा ने जमकर ठुमके लगाए तो वही राजा भी किसी से कम नहीं रहा उसने भी ढोल की थाप पर जमकर नृत्य किया इस दौरान इस प्रतियोगिता में काफी प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। आठ हॉर्स ने प्रतियोगिता में भाग लेकर जमकर नृत्य किया। इस प्रतियोगिता को देखने के लिए काफी संख्या में देसी विदेशी पर्यटक मौजूद थे और इन यादगार पलों को अपने कमरे और मोबाइल फोन में कैद करते नजर आए।

ऑडिसी नृत्यांगना अक्षिता भट्ट ने मेला मैदान में दी शानदार प्रस्तुति

ओडिसी नृत्यांगना और नृत्य शाला डांस एकेडमी की डॉयरेक्टर अक्षिता भट्ट ने आज मेला मैदान में आयोजित सांस्कृतिक संध्या के दौरान ओडिसी डांस की शानदार प्रस्तुति दी जिसे देख मौजूद हजारों देशी विदेशी सैलानी मंत्रमुग्ध हो गए। अक्षिता ने अपने नृत्य के माध्यम से भगवान श्रीकृष्ण और राधा की लीलाओं का चित्रण किया जिसे खूब सराहा गया। कार्यक्रम के दौरान पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार के पूर्व प्रिंसिपल सेक्रेटरी विनोद जुत्शी, रेलवे के अजमेर मंडल प्रबंधक , एडीएम सिटी गजेंद्र सिंह , ज्योति ककवानी, मेला मजिस्ट्रेट गौरव मित्तल, डीएसपी ग्रामीण रामचंद्र चौधरी , पर्यटन विभाग के डिप्टी डायरेक्टर अजय शर्मा ,प्रद्युम्न सिंह , तहसीलदार दिनेश यादव सहित कई प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे। गौरतलब है कि अक्षिता बीते 8 सालों से इस मंच पर अपनी प्रस्तुति दे रही हैं साथ ही अभी तक कई देशी विदेशी युवतियों को भी ओडिसी नृत्य कला सीखा चुकी हैं।

23 करोड़ का भैंसा

अंतरराष्ट्रीय पुष्कर पशु मेले में हरियाणा के सिरसा से आया “अनमोल” नाम का भैंसा आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। इस भैंसें को देखने के लिए दूर दराज से काफी संख्या में पर्यटक आ रहे हैं। “अनमोल” के मालिक पलविंदर सिंह ने बताया कि यह मुर्रा नस्ल का भैंसा है और इसकी उम्र 8 साल है। इसके खाने पर प्रतिदिन करीब 1500 रुपये खर्च होते हैं। यह सिर्फ फल, काजू, बादाम खाता है। पलविंदर सिंह ने बताया कि यूपी में अनमोल की कीमत 23 करोड़ रुपये लग चुकी है। पुष्कर में भी उनसे कई लोग इस भैंसे को खरीदने की पेशकश कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि “अनमोल” मुर्रा नस्ल का शुद्ध भैंसा है, इसलिए उसकी कीमत अधिक है। वह इसे भाई जैसा मानते हैं और भाई को कभी बेचा नहीं जाता। अनमोल उनके परिवार का हिस्सा है इसलिए वह कभी नहीं बेचेंगे. वह सिर्फ अनमोल का सीमन बेचते हैं ताकि भैंसों की नस्ल को सुधार सके।

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हिन्दुस्थान समाचार / संतोष

   

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